भारत का इतिहास हजारों साल पुराना है, जिसका जिक्र इतिहास के पन्नों को पलटने पर देखने या पढ़ने को मिलता है। यहां की भाषा, खान-पान, पहनावा-उढ़ावा, संस्कृति, इत्यादि सब कुछ इसे अन्य देशों से काफी अलग बनाता है। यह एक ऐसा देश है, जहां सभी धर्म के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं और एक ही कानून को मानते हैं। टूरिज्म से लेकर हर एक क्षेत्र में भारत विकासशील देश है। आज़ादी के बाद भारत में बहुत सारे अहम बदलाव देखने को मिले हैं। यहां एक-से-बढ़कर-एक स्मारक और घूमने वाले स्थान हैं, जहां लोग विदेश से भी पहुंचते हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है।
इतिहासकारों का मानना है कि दुनिया में जिन कुछ जगहों पर सबसे पहले मानव सभ्यता का आगाज हुआ था, उनमें से एक भारत भी है। जी हां! तो चलिए आज के आर्टिकल हम आपको भारत के उन शहरों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

भारत के सबसे पुराने शहर
आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत के उन अलग-अलग शहरों के बारे में बताएंगे, जहां कुछ स्थानों पर लोग सदियों पहले आकर बस गए थे, जिन्हें आज भारत की नागरिकता प्राप्त हो चुकी है। ये लोग भारत की सभी सुख-सुविधाओं का लाभ लेते हैं। इन शहरों का इतिहास काफी पुराना और रोचक रहा है। दूर-दराज से लोग इन्हें एक्सप्लोर करने के लिए आते हैं। इन शहरों से राज्य और देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूती मिलती है।
हम्पी
इस लिस्ट में पहला नाम हम्पी का आता है, जो कि कर्नाटक राज्य में स्थित है। इस शहर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया है। विजयनगर साम्राज्य की नींव 14वीं शताब्दी में हरिहर और बुक्का राय ने रखी थी। यहां आपको एक-से-बढ़कर-एक ऐतिहासिक धरोहर देखने को मिलेंगी। संस्कृत शब्द पम्पा कन्नड़ शब्द हम्पा में बदल गया। हम्पी में पत्थर का रथ, जिसे स्टोन चैरियट भी कहा जाता है, विजया विट्ठल मंदिर के अंदर स्थित है। यह भारत के सबसे प्रसिद्ध पत्थर के रथों में से एक है।
अजमेर
इस लिस्ट में राजस्थान का अजमेर शहर भी शामिल है, जिसकी नींव राजा अजय पाल चौहान ने रखी थी। यहां चौहान वंश ने 12वीं शताब्दी के आखिर तक राज किया था। बता दें कि अजमेर शरीफ दरगाह की गिनती भारत की सबसे अधिक पवित्र धार्मिक स्थलों में की जाती है।
पटना
इस लिस्ट में बिहार का पटना भी शामिल है, जिसे पहले पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। यह सबसे पहले विशाल महाजनपद मगध की राजधानी बना। यहां मौर्य से लेकर गुप्त साम्राज्य तक का केंद्र रहा है। यहां घूमने के लिए एक-से-बढ़कर-एक स्थान है। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।
मदुरै
मदुरै शहर का नाम भी आपने अवश्य सुना होगा। इसकी नींव पांडेय वंश के राजा कुलशेखर ने रखी थी। इसके बारे में चाणक्य और ग्रीक राजदूत मेगस्थनीज़ से भी जानकारी मिलती है। यहां का मीनाक्षी अम्मन मंदिर पूरे विश्वभर में फेमस है।
वाराणसी
इस लिस्ट में भारत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल वाराणसी भी शामिल है, जो कि गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह न केवल भारतीय उपमहाद्वीप में, बल्कि पूरे विश्व में सबसे प्राचीन शहरों में से एक माना जाता है।