भारत में नदी को देवी का स्थान दिया गया है। इससे लोगों की लोक आस्था जुडी हुई है। नदी के जल से लोग पूजा पाठ भी करते हैं। अमावस्या और पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। इसके अलावा, गंगा सप्तमी के दिन भी मां गंगा की पूजा का महत्व है। मान्यताओं के अनुसार, गंगा नदी में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। कई लोगों की ऐसी धारणा है कि गंगा भारत की सबसे पुरानी नदी है, लेकिन आज के आर्टिकल में हम आपको यह बताएंगे कि भारत की सबसे पुरानी नदी न ही गंगा है और ना ही यमुना है।
आज हम आपको भारत के उस जिला से रूबरू करवाएंगे, जहां एक भी नदी नहीं बहती। हालांकि, इस जिले के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होगी।

धुरंधर भी नहीं जानते नाम
मीडिया सूत्रों के अनुसार, भारत में कुल 797 जिले हैं। प्रत्येक राज्य और जिले की अपनी अलग-अलग खासियत व पहचान है। यहां का रहन-सहन, खान-पान, पहनावा-उढ़ावा भी अलग है, लेकिन आज हम आपको भारत के उस जिला के बारे में बताएंगे, जहां एक भी नदी नहीं बहती है। अच्छे से अच्छे जनरल नॉलेज के धुरंधर भी इस जिले का नाम नहीं जानते होंगे।
बीकानेर
दरअसल, इस जिले का नाम बीकानेर है, जो कि राजस्थान में स्थित है। यहां कोई भी नदी नहीं बहती है। टेस्टबुक वेबसाइट के मुताबिक, बीकानेर संभाग में नहर से पानी आता है। यह सतलुज नदी से निकाली गई है। कुछ शोध के अनुसार, सैकड़ों साल पहले यहां से सरस्वती नदी निकलती थी, जो थार मरुस्थल से होकर बहती थी, लेकिन अब यह नदी केवल पन्नों में ही है।
प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन
बता दें कि इस जिले का इतिहास काफी पुराना और समृद्ध रहा है। यह भारत के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में शामिल है। यहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। यहां आपको राजस्थान के स्थानीय कल्चर से रूबरू होने का मौका मिलेगा। साथ ही आप यहां के ट्रेडीशन को नजदीक से जान पाएंगे।