Wed, Dec 24, 2025

ये है भारत का कभी न सोने वाला शहर, जहां कभी नहीं थकते लोग!

Written by:Sanjucta Pandit
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आज हम आपको उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी भी सोता ही नहीं है। इसे भारत का कभी ना सोने वाला शहर के रूप में भी जाना जाता है। सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इस शहर का नाम पता होना जरूरी है।
ये है भारत का कभी न सोने वाला शहर, जहां कभी नहीं थकते लोग!

भारत का हर एक शहर अलग-अलग महत्व और खासियत के लिए जाना जाता है। पिछले कई आर्टिकल में हम आपको बहुत सारे शहरों के बारे में बता चुके हैं। उनकी सांस्कृतिक विरासत, खान-पान सब कुछ इसे अन्य राज्यों व शहरों से अलग बनाती है। यहां गांव से लेकर शहर में आपको अलग-अलग विविधता देखने को मिलेगी। गांव में जहां शांत वातावरण मिलेगा, तो वहीं शहरों में भाग दौड़-भरी दुनिया और व्यस्त लाइफस्टाइल देखने को मिलेगा। शोर-शराबे के बीच लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

गांव और शहर में फर्क की बात करें, तो गांव सुबह से शाम तक चहल-पहल दिखता है और रात में यहां जिंदगी मानो थम सी जाती है। वहीं, शहरों में देर रात तक लोगों की भीड़-भाड़ देखने को मिलती है।

कभी ना सोने वाला शहर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सभी शहरों की अपनी अलग-अलग खासियत है। आज हम आपको उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी भी सोता ही नहीं है। इसे भारत का कभी ना सोने वाला शहर के रूप में भी जाना जाता है। यहां की सांस्कृति, खान-पान, पहनावा-ओढ़ावा, सब कुछ अलग है। आइए जानते हैं कि आखिर वह कौन सा शहर है। सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इस शहर का नाम पता होना जरूरी है। कई बार प्रतियोग परीक्षाओं में भी इससे जुड़े प्रश्न पूछ लिए जाते हैं।

मदुरै (Madurai)

दरअसल, इस शहर का नाम मदुरै, है जो कि तमिलनाडु राज्य में स्थित है। इसे कभी ना सोने वाला शहर कहा जाता है। यहां आपको एक-से-बढ़कर-एक प्राचीन मंदिर भी देखने को मिलेंगे। शहर के इतिहास की बात करें, तो यह करीब 2500 साल पुराना है, जो की राजनीतिक केंद्र भी है। यहां का मीनाक्षी मंदिर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जहां देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग पहुंचते हैं। यहां देवी के दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

दक्षिण का मथुरा (Mathura of South)

स्थानीय लोग इसे तेन मदुरा भी कहते हैं, जिसका हिंदी मतलब दक्षिण का मथुरा होता है। पुराने कई सारे लेखो में मदुरै के नाम को लेकर अलग-अलग कहानी बताई गई है। इस शहर को मदुरै के अलावा मरुदम के नाम से भी जाना जाता है। जिसके पीछे यह कहानी है कि भगवान शिव की जटा से निकले अमृत की धारा पांच भूमि के प्रकारों में से एक है। इसलिए इसे मरुदम भी कहते हैं। इसलिए बाद में इस जगह का नाम मदुरै रखा गया। तब से इसे इसी नाम से जाना जाता है।

आप भी जाएं घूमने

तमिलनाडु में स्थित होने के कारण यहां तमिल भाषा स्थानीय भाषा है। यहां पर सभी कोई शिक्षित है। इस शहर को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। यदि आपको मदुरै शहर घूमने का मौका मिले, तो जरूर यहां पर जाएं। यहां आपको प्राचीन मंदिर और सुंदर नक्काशी देखने को मिलेगी। इसके अलावा, स्थानीय भोजन का लुफ्त उठाने का मौका मिलेगा। यहां का स्थानीय कल्चर आपका मन मोह लेगी। यहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है, जिससे आर्थिक स्थिति को भी बहुत मजबूती मिलती है।