इस व्यक्ति ने खुद को बताया ‘कल्कि’ का अवतार, धरती पर सूखा लाने की चेतावनी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। खुद को भगवान ‘कल्कि’ (Kalki) का अवतार बताने वाले गुजरात सरकार के पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफर फिर से चर्चाओं में हैं। उन्होने कहा है कि यदि जल्द ही उनकी ग्रेच्युटी नहीं दी गई तो वो अपनी ‘दिव्य शक्तियों’ का इस्तेमाल कर संसार में सूखा ला देंगे। जलसंसाधन विभाग के सचिव को लिखे पत्र में उन्होने कहा कि सरकार में बैठे ‘राक्षस’ उनकी 16 लाख की ग्रेच्युटी रोककर उन्हें परेशान कर रहे हैं।

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रमेशचंद्र फेफर ने अपने पत्र में लिखा है कि वो भगवान विष्णु के 10वें अवताल कल्कि हैं और जो सतयुग पर शासन करते हैं। उन्होने ये भी दावा किया कि धरती पर उनकी मौजूदगी के कारण ही पिछले दो साल में भारत में अच्छी बारिश हुई है। उन्होने लिखा है कि देश में एक साल भी सूखा नहीं पड़ा, पिछले 20 सालों से लगातार अच्छी बारिश हो रही है। इस कारण भारत को बीस लाख करोड़ का लाभ हुआ है लेकिन फिर भी सरकार में बैठे राक्षस मुझे मेरी ग्रेच्युटी के लिए परेशान कर रहे हैं। इसी के साथ उन्होने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी ग्रेच्युटी का पैसा नहीं दिया गया तो वो धरती पर सूखा ला देंगे। वहीं जल संसाधन विभाग के सचिव एम के जाधव ने कहा है कि फेफर अतार्किक बात कर रहे हैं। बिना कार्यालय आए वे पिछले एक साल का वेतन और ग्रेच्युटी मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हें ये वेतन इसलिये दिया जाना चाहिए क्योंकि वह कल्कि के अवतार हैं और धरती पर वर्षा लाने का काम कर रहे हैं। सचिव जाधव ने कहा कि उनकी ग्रेच्युटी का मामला प्रक्रिया में है।

बता दें कि रमेशचंद्र फेफर गुजरात में जल संसाधन विभाग के सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में अधीक्षण अभियंता के तौर पर काम करते थे। वडोदरा कार्यालय में पदस्थ फेफर साल 2018 में 8 महीने में सिर्फ 16 दिन कार्यालय आए थे और इस कारण उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। उसके जवाब में उन्होने कहा था कि मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार कल्कि हूं और आने वाले दिनों में इसे साबित कर दूंगा। उन्होने कहा कि वो कार्यालय नहीं आ सकते क्योंकि वो तपस्या में लीन हैं।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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