World Wildlife Day: आज दुनियाभर में मनाया जा रहा विश्व वन्यजीव दिवस, जानिए इसका उद्देश्य और इतिहास
दुनियाभर में आज के दिन विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य लोगों को जीवों के प्रति जागरुकता करना है। जानिए इससे जुड़ें अन्य तथ्यों के बारे में विस्तार से
World Wildlife Day : विश्व वन्यजीव दिवस हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन वन्यजीवों की संरक्षण और उनकी समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन कई संगठन और वन्यजीव संरक्षण संस्थान दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं जो वन्यजीवों की संरक्षण और उनकी समस्याओं पर जागरूकता फैलाने में मदद करते हैं। यह दिन वन्यजीव संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है जो हमें वन्यजीवों की संरक्षण के लिए जागरूक करता है|
इस दिवस को मनाने का मकसद बहुत ही साफ है कि दुनियाभर में वन्यजीव और वनस्पतिया लुप्त हो रही हैं उन्हें बचाने के तरीकों पर काम करना और पृथ्वी की जैव विविधता को बनाए रखने के लिए वनस्पतियां और जीव-जंतु बहुत जरूरी हैं। लेकिन पर्यावरण के असंतुलन और तरह-तरह के एक्सरपेरिमेंट्स के सारे जीव और वनस्पतियों का अस्तित्व खतरे में है।
मध्य प्रदेश के सीएम ने किया ट्वीट
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इसे लेकर मध्यप्रदेश के सीएम ने भी ट्वीट कर लिखा कि, वन्यजीवों का जीवन धरा की समृद्धि और संतुलन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मनुष्य के श्रेष्ठ और सुखद भविष्य के लिए संतुलित धरती आवश्यक है। इस ध्येय की प्राप्ति के लिए मध्यप्रदेश टाइगर, चीता, गिद्ध सहित विलुप्त हो रहे अनेक जीवों के संरक्षण के लिए कटिबद्ध है।
वन्यजीवों का जीवन धरा की समृद्धि और संतुलन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मनुष्य के श्रेष्ठ और सुखद भविष्य के लिए संतुलित धरती आवश्यक है। इस ध्येय की प्राप्ति के लिए मध्यप्रदेश टाइगर, चीता, गिद्ध सहित विलुप्त हो रहे अनेक जीवों के संरक्षण के लिए कटिबद्ध है।: सीएम #WorldWildLifeDay pic.twitter.com/wNKEyYQTON
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) March 3, 2023
पहली बार यह दिवस कब मनाया गया?
विश्व वन्यजीव दिवस की शुरुआत 1973 में हुई थी, जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने एक समझौते के माध्यम से वन्य जीवों की संरक्षण के लिए अधिकारिक रूप से एक विशेष दिन की घोषणा की थी। संयुक्त राष्ट्र संघ ने वन्यजीव दिवस की शुरुआत इसलिए की थी क्योंकि उस समय वन्यजीवों के लगातार घटते प्राकृतिक संसाधनों के कारण उनके संरक्षण की आवश्यकता बढ़ रही थी। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए अधिक संचार, जागरूकता और भागीदारी की आवश्यकता होती है जो विश्व वन्यजीव दिवस के माध्यम से प्रमोट की जाती है।भारत में पहली बार विश्व वन्यजीव दिवस 3 मार्च 2014 को मनाया गया था।
विश्व वन्यजीव दिवस का मुख्य उद्देश्य
विश्व वन्यजीव दिवस का उद्देश्य वन्य जीवों की संरक्षण और उनके संवर्धन को बढ़ावा देना है। वन्य जीवों का संरक्षण मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वन्य जीव जंगलों और प्राकृतिक वातावरण के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। इस दिन को मनाकर लोग वन्य जीवों के लिए जागरूकता फैलाते हैं और उनकी संरक्षण और संवर्धन के लिए जागरूकता बढ़ाते हैं।
विश्व वन्यजीव दिवस की इतिहास
विश्व वन्यजीव दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने नहीं, बल्कि वन्यजीव संरक्षण संगठन (WWF) ने शुरू किया था। WWF ने 1973 में विश्व वन्यजीव दिवस का आयोजन किया था। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है। सन् 1872 में वाइल्ड एलीफेंट प्रिजर्वेशन एक्ट पारित किया गया था, जो ब्रिटिश इंडिया सरकार द्वारा एशियाई हाथी की संरक्षण के लिए बनाया गया था। यह एक सरकारी अधिनियम था जो बंगाल के तत्कालीन निजी शिकारियों द्वारा हाथी शिकार के विरुद्ध था। इसके बाद से, विभिन्न देशों में वन्य जीवों की संरक्षण के लिए कई अन्य अधिनियम बनाए गए हैं।