तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कोलकाता में शहीद दिवस रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाल के निवासियों को उनकी भाषा और संस्कृति के कारण उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। बनर्जी ने दावा किया कि 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी भाजपा को करारी शिकस्त देकर उसे ‘निरुद्ध केंद्र’ में भेज देगी।
अभिषेक बनर्जी ने भारतीय निर्वाचन आयोग पर भी मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप लगाया और कहा कि आयोग मतदाताओं को उनके वोट के अधिकार से वंचित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने घोषणा की कि टीएमसी इस मुद्दे पर दिल्ली में ममता बनर्जी की अनुमति से एक बड़ा आंदोलन शुरू करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर बंगालियों को बांग्लादेशी कहकर अपमानित करने का आरोप लगाया और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भाषा और संस्कृति पर गर्व
टीएमसी सांसद ने कहा कि बंगाल अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करता है और भाजपा के बांग्ला-विरोधी रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने 2021 के ‘खेला होबे’ नारे को 2026 में कमल उखाड़ने के संकल्प में बदलने की बात कही और भविष्यवाणी की कि भाजपा अगले विधानसभा चुनाव में 50 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी। बनर्जी ने यह भी दावा किया कि बंगाल की जनता की ताकत के कारण भाजपा नेताओं को अपने नारे बदलकर ‘जय मां दुर्गा’ और ‘जय मां काली’ कहना पड़ रहा है।
एजेंसियों और संस्थानों का दुरुपयोग
अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों और संस्थानों का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों और उनके समर्थकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट होकर जमीनी स्तर पर संघर्ष करें और बंगाल के स्वाभिमान की रक्षा करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भाजपा विभाजनकारी ताकतों के साथ ‘आग से खेलने’ की कोशिश करेगी तो वह खुद उसकी लपटों में झुलस जाएगी।





