प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने देश की सुरक्षा और सीमा पर सेना की भूमिका पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारतीय सेना ने सीमा पर साहस और रणनीति से कार्रवाई की है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को देश की ताकत और एकजुटता का उदाहरण बताया। लेकिन उनके इस भाषण में चीन और पाकिस्तान की भूमिका पर स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया, जिससे विपक्षी दलों में असंतोष देखा गया।
राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तीखा हमला
कांग्रेस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए 29 बार के सीजफायर प्रस्तावों पर एक भी टिप्पणी नहीं की। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और रक्षामंत्री के भाषण में “चीन” शब्द तक नहीं आया, जबकि पूरे देश को पता है कि पाकिस्तान की मदद चीन ने की है। उन्होंने इस चुप्पी को केंद्र सरकार की कमजोरी और असंवेदनशीलता बताया।
विदेश मंत्री जयशंकर के बयान का राहुल गांधी ने किया हवाला
राहुल गांधी ने लोकसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान समय बहुत ही खतरनाक है क्योंकि भारत पाकिस्तान और चीन की संयुक्त ताकत का सामना कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के पास सेना को सही मायने में इस्तेमाल करने की क्षमता नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को देश बर्दाश्त नहीं कर सकता जो सेना को खुली छूट नहीं देता और युद्ध की स्थिति में स्पष्ट और सशक्त फैसले नहीं ले पाता।
सेना को पूरी स्वतंत्रता देने की राहुल गांधी की मांग
राहुल गांधी ने कहा कि भारत को एक ऐसे प्रधानमंत्री की जरूरत है जो सेना, नौसेना और वायु सेना को पूरी छूट दे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने समय में सेना को पूर्ण स्वतंत्रता दी थी, जिससे देश की सुरक्षा मजबूत हुई। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार को भी उसी तरह सेना को खुली छूट देनी चाहिए ताकि देश की सीमाओं की रक्षा पूरी ताकत से हो सके। उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और कहा कि देश को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो साहसिक और निर्णायक हो।





