Thu, Dec 25, 2025

गौरवशाली इतिहास समेटे हुए है भारत का ये शहर, कहलाता है ‘Zinc City’, जानें कैसे हुआ नामकरण

Written by:Sanjucta Pandit
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आज हम आपको हिंदुस्तान के एक ऐसे ही शहर के बारे में जानकारी देंगे जो अपने आप में अनूठा है। जिस शहर की हम बात कर रहे हैं उसे ‘Zinc City’ के नाम से भी जाना जाता है।
गौरवशाली इतिहास समेटे हुए है भारत का ये शहर, कहलाता है ‘Zinc City’, जानें कैसे हुआ नामकरण

Zinc City : हमारा देश भारत अपने अंदर गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए हैं। इसके शहर और राज्य अपने अंदर वहाँ की सांस्कृतिक धरोहरों को संजोये हुए हैं। हर शहर और राज्य के अपने तौर तरीके हैं। सबकी अपनी अलग पहचान है। कुछ अपने खान- पान को लेकर जाने जाते हैं, कुछ अपनी बोली के लिए और कुछ अपनी वेशभूषा के लिए… अपने शहर से बाहर जब हमें अपनी सी बोली का कोई दूसरा व्यक्ति मिलता है, तो हमे अपनापन महसूस होता है। यह हमारे जीवन जीने के तौर तरीके ही हैं जो अपने शहर से बाहर जाकर हमारी पहचान बताते हैं।

आज हम आपको हिंदुस्तान के एक ऐसे ही शहर के बारे में जानकारी देंगे जो अपने आप में अनूठा है। जिस शहर की हम बात कर रहे हैं उसे ‘Zinc City’ के नाम से भी जाना जाता है।

इस शहर को कहते हैं ‘Zinc City’

राजस्थान को राजाओं की भूमि कहा जाता है। क्षेत्रफल के हिसाब से भी यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। पाकिस्तान की सीमा से इस राज्य का कुछ हिस्सा लगा हुआ है। यहाँ का इतिहास इतना ज्यादा गौरवशाली है कि यह शूरवीरों की महान कहानियों से भरा पड़ा है। राज्य के उदयपुर शहर को ‘Zinc City’ के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा, यहां स्थित झीलों के कारण इसे जिलों का शहर भी कहा जाता है।

इसलिए रखा गया नाम ‘Zinc City’

अब आप सोच रहे होंगे कि उदयपुर को ‘Zinc City’ की उपमा क्यों दी गई, तो इसका कारण भी आपको बता देते हैं। दरअसल, उदयपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर जिंक के लिए प्रसिद्ध जावर माइंस स्थित है। यह गोमती नदी के किनारे 10 किलोमीटर तक फैली हुई है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील ढेबर झील के नजदीक है। पूरी तरह से पहाड़ी इलाके जावर में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा जावर माइंस की स्थापना की गई थी। यहीं से जस्ता और शीशे की मीनिंग का काम होता है। जिसके लिए 80 मेगावाट के पावर प्लांट से ऊर्जा सप्लाई होती है। माइंस में काम करने वाले लोगों के लिए यही रहने की सुविधा भी दी गई है। इसके अलावा, यहां पांच प्रमुख मंदिर हैं, जो काफी प्रसिद्ध है।