केरल में स्थानीय निकाय चुनाव परिणाम आ चुके हैं। इन परिणामों में जहां कांग्रेस का परचम लहराया है, वहीं सत्ताधारी लेफ्ट को झटका लगा है। कांग्रेस नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बड़ी जीत दर्ज की है। इसके बाद कांग्रेस के महासचिव नेता के.सी. वेणुगोपाल ने इन नतीजों को 2026 के केरल विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा इशारा बताते हुए इसे UDF की आने वाली “भारी जीत का ट्रेलर” करार दिया है।
UDF की भारी जीत सिर्फ एक ट्रेलर- केसी वेणुगोपाल
केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि केरल की जनता ने अपना निर्णय सुना दिया है। आज के स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे 2026 के विधानसभा चुनावों में UDF की भारी जीत का सिर्फ एक ट्रेलर हैं। जनता ने एलडीएफ का पर्दाफाश कर दिया है जिसने खुद को एक भ्रष्ट, निरंकुश और जनविरोधी शासन में बदल दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि यह तो बस शुरुआत है। 2026 में कई ‘लाल किले’ ढह जाएंगे, यूडीएफ का परचम ऊंचा लहराएगा- और केरल बीजेपी की विभाजनकारी, ध्रुवीकरण करने वाली पॉलिटिक्स को दृढ़ता से खारिज करने की अपनी परंपरा को जारी रखेगा, जो हमारी एकता और सामाजिक सद्भाव को कमजोर करना चाहती है।
The people of Kerala have spoken! Today’s Local Body Election results are only a trailer for the massive UDF sweep coming in the 2026 Assembly Elections!
The people have exposed the LDF – which has transformed itself into a corrupt, authoritarian, and anti-people regime.
This…
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) December 13, 2025
केरल में मिली जीत पर क्या बोले खरगे?
इसके अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के ने कहा कि प्रदेश यूनिट कुछ महीनों में होने वाले केरल के चुनाव में पूरी “जिम्मेदारी की भावना और एकजुट उद्देश्य” से प्रचार-प्रसार करेगी। इसके अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले कि यह फैसला दिखाता है कि केरल को जवाबदेह शासन चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने UDF को “निर्णायक” जनादेश देने के लिए केरल के वोटर्स के प्रति आभार जताया।
बीजेपी की तिरुवनंतपुरम में ऐतिहासिक जीत
बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने राजधानी तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में 45 साल से चले आ रहे एलडीएफ के शासन को समाप्त करते हुए एक ऐतिहासिक सफलता दर्ज की है। 101 वार्डों वाले कॉर्पोरेशन में बीजेपी ने 50 वार्ड जीतकर पूर्ण बहुमत से बस एक कदम दूर रहते हुए सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल किया, जबकि एलडीएफ 29 और यूडीएफ 19 सीटों पर सिमट गया। यह जीत साबित करती है कि बीजेपी राज्य की राजधानी के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर चुकी है।





