बता दें कि इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद शाह सीधे उनाई पहुंचे और वहां नवसारी में उनाई माता मंदिर में दर्शन कर गुजरात गौरव यात्रा और आदिवासी विकास यात्रा का शुभारंभ किया। बता दें कि यह यात्रा लगभग 144 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करेगी। जिसके लिए भाजपा के 16 राष्ट्रीय नेता और 14 राज्य नेताओं को नियुक्त किया गया है जो कि पार्टी की विज्ञप्ति के अनुसार, भाजपा के केंद्रीय मंत्री और राज्य इकाई के नेता अलग-अलग जगहों पर यात्रा में शामिल होंगे। जनीतिक रणनीतियों की दृष्टि से इस दौरे को बेहद महत्तवपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, इस साल यहां विधानसभा के चुनाव नहीं है।
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वहीं, शाह की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए गए हैं। बता दें कि अमित शाह की सुरक्षा में चुक पाई गई थी। जिसके बाद सरकार शाह की सुरक्षा को लेकर ज्यादा सख्त हो गया है। वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अमित शाह के पहुंचने से पहले ही सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। बता दें कि अमित शाह के हैदराबाद दौरे के दौरान उनके काफिले के आगे TRS के एक नेता ने अपनी कार को आगे लगा दिया था। जिसके बाद गृह मंत्री के काफिला वहीं रुक गया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने इसे तुरंत हटवा दिया था। केवल इतना ही नहीं 4 और 5 सितंबर को महाराष्ट्र दौरे पर थे। जहां उनकी सुरक्षा में चुक पाई गई थी। जिसके बाद से शाह के किसी भी दौरे के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है।
अमित शाह साल 2019 में गृह मंत्री बने थे तब केंद्र की तरफ से Z+ स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स दी गई थी। जिसका नाम जेड प्लस सिक्योरिटी था। जिसके तहत गृहमंत्री के आसपास हमेशा 25 से 30 कमांडो उनकी सुरक्षा में मौजूद रहते हैं। केवल इतना ही नहीं उन्हें Z+ स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स सुरक्षा के साथ ही बैलिस्टिक फील्ड कवर किया गया था, जोकि बुलेट प्रूफ सेंड है।
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