लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रही है। गंगा-यमुना नदियों के उफान पर आने से कई जिलों में बाढ का खतरा बढ़ गया है, जिसके कारण लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। मानसून के प्रभाव से यूपी के कई जिलों में मौसम विभाग ने आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आज तेज हवा के साथ भारी बारिश (Heavy Rain Alert in UP) हो सकती है।अगले 4 दिनों तक प्रदेश में मौसम की यही स्थिति रहने वाली है।
CG Weather: चक्रीय चक्रवाती घेरा सक्रिय, इन जिलों में बारिश के आसार, जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, यूपी में अगले 4 दिनों तक 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। काशी और लखनऊ में 31 अगस्त तक बारिश और घने बादल छाए रहेंगे। 30 अगस्त तक आगरा , गोरखपुर , गाजियाबाद और नोएडा में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। प्रयागराज में भी आज बारिश हो सकती है और अगले तीन दिनों तक भी घने बादलों के बीच बारिश होने की संभावना है।सोमवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुशीनगर, देवरिया और गोरखपुर में तेज हवाओं और गरज चमक के साथ भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश के कई जिलों में 48 घंटे भारी बारिश की चेतावनी है। चार-पांच दिन ऐसा ही मौसम रहेगा तीन दिन तो दो-तीन चरणों में तेज बरसात हो सकती है। वाराणसी वाराणसी में आज से 1 सितंबर तक लगातार बारिश देखने को मिल सकती है। वाराणसी में बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने का खतरा बना रहेगा।वही एक सितंबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज चमक के साथ तेज हवाएं और मध्यम से भारी बरसात की चेतावनी जारी की है। वही प्रदेश भर के 46 जिलों में गरज और चमक के साथ बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और संत कबीर नगर में भारी बारिश की संभावना के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, संत रविदास नगर, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, सिद्धार्थ नगर, महाराजगंज, बस्ती, कुशीनगर, देवरिया, सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, फैजाबाद, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा, कौशांबी, चित्रकूट, प्रतापगढ़ और प्रयागराज में येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।