UP Weather, IMD UP Weather : उत्तर प्रदेश में फिर से मौसम बदल गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक कुछ लोगों को छोड़कर अन्य जिलों में एक बार फिर से उमस भरी गर्मी का दौर शुरू होगा। दरअसल कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का पूर्वानुमान। जताया गया। इसके साथ ही नदी नाले उफान पर रहेंगे। कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की गई है बारिश के दौरान कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी भी दी गई है जबकि कुछ लोगों को बाढ़ से बचाने उनका रेस्क्यू किया गया है।
30 जिलों में वज्रपात के साथ 17 जिलों में बारिश की चेतावनी
पूरे उत्तर प्रदेश के गोंडा बहराइच समेत उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में वज्रपात के साथ कुछ घंटों में 17 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक है। 48 घंटे तक प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में उमस भरी गर्मी जारी रहने वाली है। दरअसल उत्तर प्रदेश से मानसून का आगे बढ़ना इन क्षेत्रों में बारिश पर विराम लगा चुका है। हालांकि जल्दी मौसम में परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। बुधवार से फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। वही गरज चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि तीन दिन तक लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होगा।
दक्षिण क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड
पश्चिम और दक्षिणा क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। जिन इलाकों में अभी भी सूखा पड़ा है। 23 जुलाई से बारिश की गतिविधि शुरू होने वाली है। 23 जुलाई से मानसून की सक्रियता फिर से बढ़ेगी और बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग केंद्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और मानसून की रेखा के पश्चिमी छोर की तरफ केंद्रित होने के कारण मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है।
चक्रवाती दबाव की वजह से मानसून की रेखा दक्षिण पर बनी
दरअसल उड़ीसा के तट पर बने कम हवा के दबाव क्षेत्र के प्रभाव से मानसून की रेखा लाइन अपने सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है और इसके साथ यह कमजोर हो गई है। जिसके कारण बारिश की गतिविधि पर विराम लगा है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण उड़ीसा स्टेट के पास बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती दबाव की वजह से मानसून की रेखा दक्षिण पर बनी रहेगी। जिसके कारण 1 सप्ताह तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर रहेगी जबकि पश्चिम और दक्षिण के क्षेत्र में गरज चमक के साथ बारिश देखने को मिलेगी।
चार दिन बाद फिर से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग द्वारा अपने पूर्वानुमान में बताया गया है कि मानसून की रेखा की खिसकने की वजह से कहीं छिटपुट बारिश में बूंदाबांदी हो सकती है। लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। हवा में नमी अधिक रहेगी। जिसके कारण उमस का एहसास होगा। हालांकि 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। चार दिन बाद स्थिति फिर से बदलेगी और मानसून अपने मूल स्थान पर वापस पहुंचेगा। जिसके बाद एक बार फिर से बारिश की गतिविधि देखने को मिलेगी।
इन क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान
जिन क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उसने शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, फिरोजाबाद, रामपुर, मुरादाबाद, मिर्जापुर, प्रयागराज, चित्रकूट, बांदा, महोबा, कौशांबी, सोनगढ़, मिर्जापुर, कानपुर देहात ,अलीगढ़, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, ललितपुर और आसपास के इलाके में वज्रपात सहित मेघ गर्जन और बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बढ़ेगा दिन और रात का तापमान
पूर्व में हुई बारिश की वजह से आसमान में छाए हुए। बादल लोगों को राहत देंगे। वही सूर्य की तपिश बढ़ने वाली है। कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। दिन और रात के तापमान में वृद्धि रिकॉर्ड की जाएगी। गुरुवार से सामान्य तापमान डेढ़ डिग्री अधिक रहेगा जबकि न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री अधिक रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है।