हर साल माता वैष्णो देवी के धाम (Vaishno Devi Dham) तक दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते हैं। देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने से लोग माता के शक्तिपीठ पर माथा टेकने के लिए आते हैं। अब भक्तों को दिल्ली-एनसीआर से वैष्णो देवी जाने में और भी सुविधा होने वाली है। दरअसल, गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट से जम्मू कश्मीर के लिए उड़ान शुरू कर दी गई है।
रविवार को पहली फ्लाइट सुबह 9:30 बजे हिंडन एयरपोर्ट से रवाना हुई और 11:05 पर जम्मू पहुंची। यह उड़ान इंडिया एक्सप्रेस के विमान की थी। जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचते ही अधिकारियों और एयर इंडिया एक्सप्रेस के स्टेशन डायरेक्टर ने फ्लाइट का स्वागत किया। इस फ्लाइट से 165 यात्री गाजियाबाद से जम्मू पहुंचे और वापसी की फ्लाइट में 88 यात्री सवार थे।

वैष्णो देवी जाने को सुविधा (Vaishno Devi Dham)
दिल्ली एनसीआर और आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों को इस फ्लाइट की शुरू होने की वजह से काफी सुविधा होने वाली है। अब उन्हें जम्मू के लिए फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट नहीं आना पड़ेगा। उन्हें गाजियाबाद से आसानी से फ्लाइट मिल जाएगी। ऐसे में लोगों के समय और पैसे दोनों की बचत होने वाली है।
टिकट बुकिंग हुई शुरू
30 मार्च से नवरात्रि शुरू हो जाएगी, जिसको देखते हुए अब इस फ्लाइट से यात्रा करने में लोगों का इंटरेस्ट नजर आ रहा है। एयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों के मुताबिक वैष्णो देवी की यात्रा के लिए कई लोग टिकट बुकिंग के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि, फिलहाल कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। यह फ्लाइट शनिवार को छोड़कर पूरे सप्ताह चलने वाली है। ऐसे में हफ्ते में कभी भी आप वैष्णो देवी दर्शन करने जा सकते हैं। इसके ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही टिकट अवेलेबल है।
उधमपुर तक बढ़ेगी सेवा
हिंडन एयरपोर्ट से जम्मू तक तो विमान चलने लगा है लेकिन इसे उधमपुर तक बढ़ाने की कोशिश भी लगातार की जा रही है। हालांकि, जब तक आधारभूत ढांचा विकसित नहीं हो जाता तब तक यह सेवा शुरू नहीं की जा सकती। उधमपुर सैन्य क्षेत्र है और अगर यहां तक फ्लाइट शुरू हो जाती है तो इससे काफी फायदा होने वाला है। यहां पर सेना का उत्तरी कमान मुख्यालय मौजूद है। इसी के साथ वायु सेना और सीमा सुरक्षा बलों का प्रशिक्षण केंद्र भी इसी इलाके में पड़ता है। यहां अगर विमान उतरने की सुविधा उपलब्ध हो जाती है तो सैनिक और अधिकारियों को काफी लाभ होगा। वैसे यहां जहाज उतरने की सुविधा उपलब्ध है लेकिन अगर फ्लाइट लैंडिंग और टेक ऑफ सुविधा मिलती है तो वाणिज्यिक उड़ानों को जल्दी शुरू किया जाए सकता है।