उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान चल रहा है, जिसमें सांसद बीजेपी नीत एनडीए के उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज जस्टिस बी सुधर्शन रेड्डी के बीच चयन कर रहे हैं। हालांकि, तीन पार्टियों – बीजू जनता दल (बीजद), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) – ने इस चुनाव में हिस्सा न लेने का ऐलान किया है। यह चुनाव जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद जरूरी हो गया था।
बीजद ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए और इंडिया ब्लॉक से समान दूरी बनाए रखने की नीति के तहत मतदान से दूर रहेगी। पार्टी के सात राज्यसभा सांसद (निरंजन बिशी, सुलता देओ, मुजीबुल्ला खान, सुभासिश खुंटिया, मानस रंजन मंगरज, सस्मित पात्रा और देबाशीष समंतराय) इस चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। बीजद का लोकसभा में कोई सांसद नहीं है।
किसानों की पीड़ा का हवाला
बीआरएस ने तेलंगाना में उर्वरक की कमी के कारण किसानों की पीड़ा का हवाला देते हुए चुनाव का बहिष्कार किया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कहा कि बीते 20 दिनों से राज्य और केंद्र सरकार को इस कमी के बारे में चेतावनी दी जा रही थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बीआरएस के चार राज्यसभा सांसद (दामोदर राव दिवाकोंडा रेड्डी, बी पार्थसारधी रेड्डी, केआर सुरेश रेड्डी और रवि चंद्रा वड्डीराजू) मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे।
मतदान से बनाई है दूरी
शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में अभूतपूर्व बाढ़ के कारण केंद्र और राज्य की आप सरकार से मदद न मिलने का हवाला देते हुए मतदान से दूरी बनाई है। पार्टी ने कहा कि पंजाब का एक-तिहाई हिस्सा बाढ़ में डूबा है, जिसमें घर और फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं, लेकिन न तो केंद्र और न ही राज्य सरकार ने कोई सहायता दी। एसएडी की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल इस चुनाव में वोट नहीं डालेंगी।





