Vinesh Phogat: विनेश फोगाट ने कुश्ती को कहा अलविदा, भावुक पोस्ट कर कहा – ‘मां कुश्ती मेरे से जीत गई’

Vinesh Phogat: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के फाइनल में डिसक्वालिफाई होने के बाद कुश्ती से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।

Rishabh Namdev
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Vinesh Phogat: भारतीय महिला कुश्ती की प्रतिष्ठित पहलवान विनेश फोगाट ने आज, 8 अगस्त को सुबह 5:17 बजे कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की है। दरअसल विनेश ने यह घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर की, जिसमें उन्होंने अपने करियर और संघर्षों का भावुक जिक्र किया।

सोशल मीडिया पर किया भावुक पोस्ट

दरअसल विनेश फोगाट ने एक्स पर अपने संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा, “मां, कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। माफ करना। आपके सपने और मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं, अब इससे ज्यादा शक्ति नहीं रही। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा आभारी रहूंगी।” उनकी इस पोस्ट ने उनके प्रशंसकों और समर्थकों को भावुक कर दिया। दरअसल विनेश द्वारा सेमीफाइनल जीत लेने के बाद सभी फैंस को उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद थी।

जानकारी दे दें कि विनेश फोगाट के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर कठिन और चुनौतीपूर्ण रहा। 7 अगस्त को हुए महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इस वजह से ओलंपिक एसोसिएशन ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया। यह घटना उनके करियर का एक निर्णायक मोड़ साबित हुई, जिसने उन्हें संन्यास लेने के लिए मजबूर कर दिया।

सेमीफाइनल में किया था शानदार प्रदर्शन

दरअसल सेमीफाइनल में विनेश ने अपनी प्रतिद्वंदी को 5-0 के बड़े अंतर से हराकर अपनी क्षमता और प्रतिभा का परिचय दिया था। उनकी इस जीत ने उन्हें फाइनल में पहुंचाया, लेकिन फाइनल से पहले ही उनकी अयोग्यता के कारण उनके सपने अधूरे रह गए।

हरियाणा सरकार का सम्मान

वहीं विनेश फोगाट की कड़ी मेहनत और देश के लिए उनके योगदान को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार उन्हें ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट की तरह ही सम्मानित करेगी।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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