अगर आपसे पूछा जाए कि आप भी कहीं एक्सपायरी डेट का सामान जैसे खाद्य पदार्थ या फूड आइटम तो नहीं खा या पी रहे हैं, तो आप तुरंत ही जवाब देंगे कि आप एक्सपायरी डेट चेक करके ही सामान लेते हैं। लेकिन क्या हो अगर सामान की एक्सपायरी डेट पूरी हो जाने के बाद उसे मिटाकर नई एक्सपायरी डेट लिख दी जाए और फिर से मार्केट में उसी को सेल कर दिया जाए? तो आपके भी होश उड़ जाएंगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने ऐसे ही कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि किस प्रकार प्रोडक्ट पर लिखी एक्सपायरी और एमआरपी को हटाकर उसकी जगह नई एक्सपायरी और एमआरपी लिख दी जाती है। ऐसे में अब इस वीडियो ने लोगों के बीच खलबली मचा दी है।
वायरल हो रहा वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर अब बहस छिड़ गई है। इस वीडियो को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि इस तरह से लोगों की जान से सीधा खिलवाड़ किया जा रहा है। कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरी डेट को बदल दिया जाता है। दरअसल, जब किसी प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट आ जाती है या निकल जाती है, तो उसे फिर से नया दिखाने के लिए उस पर लिखी एक्सपायरी डेट को मिटाकर नई मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट लिख दी जाती है। इसके बाद वही प्रोडक्ट एक बार फिर मार्केट में पहुंच जाता है और कई बार लोग ऐसे प्रोडक्ट्स को खरीद लेते हैं।
क्या लागू होना चाहिए One Time QR कोड की व्यवस्था
सोशल मीडिया पर अब इसे लेकर सरकार से कार्रवाई की मांग की जा रही है। दरअसल, इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए अब दवाई, खाद्य एवं पेय पदार्थों पर One Time QR कोड की व्यवस्था लागू करने की मांग उठी है, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सके। यानी अगर एक बार यह कोड प्रोडक्ट पर लग जाता है, तो इसके बाद इसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं होगी। जिस प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट पूरी हो जाएगी, उसे दोबारा बेचना या मार्केट में लाना संभव नहीं होगा। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो लोगों के बीच चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि अक्सर लोग प्रोडक्ट की एक्सपायरी और एमआरपी देखकर ही सामान खरीदते हैं। लेकिन अगर इसी प्रकार से प्रोडक्ट की एक्सपायरी मिटाकर नई डेट लिख दी जाएगी, तो यह लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।





