“VVPAT पर्ची बॉक्स में गिरने की बजाए मतदाता को मिले”, EVM को लेकर इंडिया गठबंधन ने किया प्रस्ताव पारित

Shashank Baranwal
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INDIA Alliance On EVM: 2023 चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से ही कांग्रेस ईवीएम को लेकर लगातार भाजपा पर हमलावर है। ईवीएम से पोस्टल बैलट की बार बार मांग कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा पिछले काफी समय से उठाई जा रही है, कभी अमेरिका जैसे विकसित देश का उदाहरण, तो कभी मशीन होने की वजह, विपक्ष द्वारा ईवीएम को बार बार कटघरे में खड़ा कर देती है। अब इंडिया गठबंधन ने ईवीएम को लेकर और गड़बड़ी की आशंका को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है और चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है।

क्या कहता है प्रस्ताव

चुनाव को निष्पक्ष और स्वतंत्र बनाने के लिए साथ ही विश्वास बहाली को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक सुझाव दिया है। इस सुझाव के अनुसार वोट डालने के बाद VVPAT में गिरने वाली पर्ची बॉक्स की बजाए मतदाता के हाथ में दी जाए। मतदाता उस पर्ची को देखकर यह सत्यापित करे कि उसके द्वारा डाला गया वोट निर्धारित जगह डला है या नहीं। सत्यापित करने के बाद वह अपनी पर्ची को एक अलग मत पेटी में रख दे। आखिर में VVPAT पर्चियों की 100% गढ़ना हो।

क्या दी प्रस्ताव के पीछे की वजह

इंडिया गठबंधन ने इस प्रस्ताव के पत्र में लिखा कि ईवीएम की कार्य प्रणाली पर कई तरह के संदेह है जिन्हें प्रोफेशनल्स और विशेषज्ञों द्वारा उठाया गया है और इसलिए गठबंधन ने ईवीएम के डिजाइन और संचालन से जुड़े सवालों को लेकर चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है। इतना ही नहीं चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए एलाइंस ने कहा कि आयोग ने हमारे प्रतिनिधिमंडल से मिलने में हालांकि कोई रुचि नहीं दिखाई है।

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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