पत्नी ने मांगा तलाक, पति ने अदालत में कहा ‘चाहे फांसी दे दो, न पैसे दूंगा न तलाक’

Shruty Kushwaha
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Viral Video of Family Court : पति पत्नी में कोई विवाद हो, कोई तलाक लेना चाहता हो या फिर अन्य मसला तो फैमिली कोर्ट में उस मामले का निपटारा होता है। ऐसी ही अदालती कार्रवाई का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें पत्नी का वकील जज साहब को बताता है कि वो उसे मेंटेनेंस का पैसा नहीं दे रहा है। लेकिन पति इस बात पर अड़ा हुआ है कि वो न तो मेंटेनेंस देने की स्थिति में है न ही तलाक देना चाहता है, भले उसे फांसी दे दी जाए।

महिला के वकील ने अदालत में बताया कि वो ना मेंटेनेंस दे रहे हैं ना तलाक। जज ने कहा कि मेंटेनेंस के पैसे दो तो पति का जवाब था कि मेरे पास पैसे नही हैं, मुझे जेल में डाल दो। जज ने कहा कि पैसे देना पड़ेगा तो उसने कहा कि पैसे नही दूंगा, मैं तो पत्नी को रखना चाहता हूं। वो आदमी अदालत में बहुत ही फटेहाल स्थिति में आया था जिसे देखकर जज ने पूछा कि आपकी कमाई का क्या जरिया है। इसपर महिला ने कहा कि आप इनकी सूरत पर मत जाइये, ये दिखावे के लिए ऐसे बनकर आए हैं। इसपर जज ने भी कहा कि वो भी देख चुके हैं कि लोग कोर्ट में आते हैं, वॉशरूम में कपड़े बदलकर आते हैं और जाते समय फिर सफारी पहनकर निकल जाते हैं।

इस केस में उस व्यक्ति को साल 2015 से हर महीने पत्नी को 2500 रूपये देने का आदेश हुआ है लेकिन उसने आज तक एक भी पैसा नहीं दिया। जज बार बार पूछते रहे कि आप पैसे देंगे या नहीं, कठोरता से कहा भी कि पहले पैसे दीजिए अपनी पत्नी को लेकिन वो व्यक्ति अड़ गया कि मैं जेल जाने को तैयार हूं लेकिन पैसे नहीं दूंगा। उसने कहा कि ‘जेल भेज दो या फांसी दे दो, मैं तलाक नहीं दूंगा।’ उसने कहना था कि वो पत्नी को तलाक नहीं देना चाहता है और पैसे भी नहीं देने की स्थिति में है लेकिन वो पत्नी को साथ रखकर उसका पालन पोषण करने को तैयार है। इसके बाद महिला रोते हुए गुहार लगाने लगती है कि ‘मेरे बच्चों पर दया करो, मुझे इससे छुटकारा लगा दो तलाक दिलवा दो।’ वहीं आदमी बार बार कहता रहा कि चाहे फांसी दे दो मैं इसे नहीं छोड़ूंगा। जज कहते हैं कि ये फांसी का मामला नहीं है और आप पत्नी को मेंटेनेंस का पैसा दीजिए। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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