भारत में एक से बढ़कर एक सड़क बनाई गई है। यह एक ऐसा माध्यम है, जो एक स्थान से दूसरे स्थान को जोड़ता है। भारत में कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए हाईवे और एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। जिससे वाहन चालकों का समय बचता है। साथ ही एक राज्य से दूसरे राज्य को कनेक्टिविटी मिलती है। कुछ लोगों को सड़क से देश और दुनिया एक्सप्लोर करने का बहुत शौक होता है। इसलिए वह एडवेंचर्स सड़कों की तलाश में रहते हैं, जहां उन्हें एक नया अनुभव मिल सके।
पिछले आर्टिकल में हम आपको दुनिया की सबसे लंबी सड़क के बारे में बता चुके हैं। जिसमें चलते-चलते आपका पेट्रोल खत्म हो जाएगा, लेकिन यह हाईवे खत्म नहीं होती। इस सफर को पूरा करने में कई महीने लग जाते हैं।

दुनिया की सबसे ऊंची सड़क
आज के आर्टिकल में हम आपको दुनिया की सबसे ऊंची सड़क के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको जानकर यह हैरानी होगी कि यह ऊंची सड़क कहीं और नहीं, बल्कि भारत में ही है। जिसमें रोड ट्रिप के दीवाने अवश्य एक्सप्लोर करते हैं। यहां के घुमावदार और खतरनाक सड़क लोगों की पहली पसंद बन रहा है। बता दें कि इस सड़क का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
चिसुमले-डेमचोक रोड (Chisumle-Demchok Road)
दरअसल, दुनिया की सबसे ऊंची सड़क लद्दाख में है, जो कि उमलिंगला दर्रे पर स्थित है। यह पूर्वी लद्दाख में 19,300 फीट की ऊंचाई पर है। जिसका निर्माण सीमा सड़क संगठन ने किया है। इस सड़क को चिसुमले-डेमचोक रोड कहा जाता है। बता दें कि यह 52 किलोमीटर लंबी है। साथ ही खतरनाक भी है। यह सड़क भारत और चीन की सीमा से कुछ दूरी पर स्थित है। खतरनाक मोड़ और घुमावदार होने के कारण यह बहुत ही अनोखा और शानदार रोड ट्रिप बन जाता है। इससे लद्दाख के पर्यटन को बढ़ावा मिला है, साथ ही स्थानीय लोगों को भी फायदा पहुंचा है।
ऑक्सीजन लेवल होता है कम
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सर्दी के मौसम में यहां का तापमान -40 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। यहां का ऑक्सीजन लेवल अन्य सभी सामान्य जगह की अपेक्षा करीब 50% कम होती है। बता दें कि दुनिया की सबसे ऊंची सड़क का निर्माण कार्य अगस्त 2021 में पूरा हुआ था। जिसका उद्घाटन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 29 दिसंबर 2021 को किया था। इससे पहले सबसे ऊंची सड़क बोलिविया में थी। जिसकी ऊंचाई 18,953 फीट है, लेकिन अब भारत की सड़क दुनिया की सबसे ऊंची सड़क बन चुकी है।