दुनिया के इकलौते शाकाहारी मगरमच्छ बाबिया की मौत, जानें मगरमच्छ का रहस्यमयी इतिहास

तिरुवनन्तपुरम, डेस्क रिपोर्ट | दुनिया की इकलौती शाकाहारी मगरमच्छ का रविवार की रात निधन हो गया। बता दें कि यह मगरमच्छ 70 सालों से कासरगोड जिले के श्रीअनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर की झील में रह रहा था। जिसे वहां के स्थानीय लोग प्यार से बाबिया बुलाते थे। बता दें कि बाबिया अनंतपुरा झील में रहकर मंदिर परिसर की रखवाली करता था और वह एक गुफा में रहता था और दिन में केवल दो बार ही मंदिर के दर्शन के लिए बाहर निकलता था और कुछ देर इधर-उधर टहलने के बाद वापस गुफा में चला जाता था। वह मंदिर में चढ़ाए जाने वाले चावल और गुड़ खाता था। यहां के स्थानीय लोग और मंदिर अधिकारियों का ऐसा दावा है कि यह मगरमच्छ पूरी तरह से वेजिटेरियन था क्योंकि वह झील के एक भी मछली या अन्य किसी भी जीव को नहीं खाता था। बता दें कि पूरे सम्मान और विधिविधान के साथ बाबिया को अंतिम विदाई दी गई।

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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।