एक बार फिर तेज रफ्तार ने बेगुनाह राहगिर की जीवन लीला समाप्त कर दी। घटना सतना जिले के रामपुर बघेलान की है, जहां एक 20 वर्षीय युवती को डंपर ने रौंद डाला, जिससे युवती की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना 100 डायल को फ़ौरन दी। लेकिन डायल 100 डेढ़ घंटे बाद पहुंची, ऐसे में पुलिस को भी भीड़ के आवेश का हिस्सा बनना पड़ा। घंटो चले पुलिस और स्थानीय लोगों के हंगामे के बीच जब स्थानीय विधायक विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे तब उनके आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
सतना जिले के रामपुर थाना अंतर्गत पेट्रोल पंप के पास तेज रफ्तार अज्ञात डंपर ने सगौनी निवासी 20 वर्षीय युवती आरती को ठोकर मार दी, युवती साइकिल से अपने घर की ओर जा रही थी।तभी ये हादसा पेट्रोल पंम्प दुर्गा मंदिर के पास हुआ। हादसे के बाद अज्ञात डंपर फरार हो गया है।
इस हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने फौरन 100 डायल को सूचना दी, लेकिन डेढ़ घंटे बाद भी जब 100 डायल और पुलिस बल नहीं पहुंचा तो लोगों का गुस्सा भड़क गया और लोगो ने NH-75 सड़क को जाम कर हंगामा शुरु कर दिया। घंटो बाद पुलिस अधिकारी और स्थानीय विधायक विक्रम सिंह की समझाइश और उचित कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ और शव को पीएम के लिए रवाना किया जा सका।
About Author
Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।