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Farmers Protest : कृषि बिल के फायदे गिनाने बीजेपी देश भर में करेगी 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल

पूर्व विधायक

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कृषि बिल (Agriculture bill) को लेकर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) व्यापक रूप लेता जा रहा है। किसान (Farmers) द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) किया गया था और एक बार फिर किसानों द्वारा 14 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है। किसान (Farmers) लगातार अपने आंदोलन के जरिए केंद्रीय सरकार (Central Government) से कृषि बिल (Agriculture Bill) वापस लेने की मांग (demand) कर रहे हैं।

वहीं केंद्रीय सरकार बिल में संशोधन करने को तो तैयार है पर वापस लेने को नहीं। केंद्र सरकार (Central Government) का कहना है कि एमएसपी (MSP) नहीं हटाई जाएगी और इस पर वह लिखित (Written) में देने को तैयार है। वही कृषि बिल किसानों के लिए बहुत फायदेमंद (Advantage) साबित होगा। केंद्र सरकार (Central Government) और किसान (Farmers) एक दूसरे के आमने सामने खड़े हुए हैं। हालाकि किसानों के इस आंदोलन को देश भर से समर्थन मिल रहा है, चाहे वह फिल्म जगत के हो या खेल जगत के लोग हो वे आगे आकर उनका समर्थन (Support) कर रहे हैं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।