यहां पर सब्जी मंडी में उमड़ा हुजूम, उड़ाई गई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी देवी अहिल्याबाई होलकर फल एवं सब्जी मंडी चोइथराम में बुधवार को कोविड – 19 के जरूरी दिशा निर्देशो के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। बुधवार सुबह आलम ये था कि समूचे मंडी परिसर में पैर रखने की जगह नहीं थी और बिना मास्क के किसान, व्यापारियों और खरीददारों जल्दी से माल बेचने व खरीदने की जुगत करते दिखाई दिए। चोइथराम क्षेत्र में स्थित फल एवं सब्जी मंडी से आज सुबह आई ताजा तस्वीरों ने ये तो साफ कर दिया है कि आखिरकार क्यों, इंदौर कोरोना की रडार पर हैं।

हालांकि मंडी में आज उमड़ी भीड़ के पीछे की वजह व्यापारियों द्वारा किया जाने वाला विरोध है। दरअसल, व्यापारियों ने पहले से ही मंडी प्रशासन के एक आदेश के बाद ये मन बना लिया था कि मंडी में अब हड़ताल की जाएगी। नए नियमो के तहत अब शहर में निजी उपमंडिया खोली जानी है और जिसके बाद व्यापारियों को आशंका है कि उनका व्यापार व्यवसाय ठप पड़ जायेगा।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।