पहलवान Sangeeta Phogat और पद्मश्री Bajrang Punia हुए एक, आठ फेरों के साथ की दांपत्य जीवन की शुरुआत

हरियाणा, डेस्क रिपोर्ट। शास्त्रों से लेकर अब तक हमने शादी के बंधन में बनने के लिए सात वचनों के साथ सात फेरे लेना पढ़ा, सुना और देखा है। वहीं अगर अपनी शादी में जोड़ा कुछ अलग करके तो वो चर्चा का विषय बन जाता है। ऐसा की कुछ दंगल गर्ल गीता और बबीता फौगाट (babita phogat) की छोटी बहन पहलवान संगीता फौगाट (Sangeeta Phogat) ने अपनी शादी में किया है। संगीता फौगाट और पद्मश्री बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) शादी के पवित्र बंधन में बंध चुके है। जिसके लिए उन्होंने सात फेरों और सात वचनों की जगह आठ फेरे और आठ वचन लिए हैं।

जानें क्या रहा आठवां फेरा


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।