राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर ऐसा बयान दिया है, जिस पर सियासी हलचल तेज हो गई है। गहलोत ने सीकर के नीमकाथाना में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम को ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ कहकर संबोधित किया और कहा कि अगर वह यमुना का पानी यहां ले आएं तो वे खुद उन्हें माला पहनाएंगे।
“मुख्यमंत्री जी अगर यमुना का पानी आप नीमकाथाना में ले आएंगे, उस दिन मैं खुद आपके पास आकर माला पहनाऊंगा। आप लगे रहो, लगे रहो मुन्नाभाई की तरह, लगे रहो मुन्नाभाई एमबीबीएस की तरह।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मंदिरों में जाते हैं, भजन करते हैं, यह अच्छी बात है, लेकिन इसके साथ-साथ संकल्प लेना चाहिए कि यमुना का पानी यहां तक पहुंचाकर रहेंगे।
वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल
गहलोत के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। खुद अशोक गहलोत ने भी इस वीडियो को अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर शेयर किया है। वीडियो में गहलोत मुख्यमंत्री को सीधे-सीधे चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं। लोग इस बयान पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ इसे सीएम पर सीधा हमला बता रहे हैं तो कुछ इसे हास्य और व्यंग्य का मिश्रण मान रहे हैं।
शहीद दाताराम के परिवार के लिए की अपील
इसी कार्यक्रम में गहलोत ने एसएसबी के जवान शहीद दाताराम का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दाताराम दौड़ते हुए सेना में भर्ती हुए थे और देश की सेवा में अपनी जान कुर्बान कर दी। गहलोत ने कहा कि ऐसे जवान को ‘प्रॉपर शहीद’ का दर्जा और उसके परिवार को पैकेज मिलना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले को गंभीरता से जांचने और सहानुभूति के साथ निर्णय लेने की अपील की।
राजस्थान सरकार से संवेदनशीलता की मांग
गहलोत ने कहा कि सेना में भर्ती के बाद जवान देश की संपत्ति होते हैं और देश के लिए बलिदान देने को हमेशा तैयार रहते हैं। ऐसे में अगर कोई ड्यूटी के दौरान या प्रशिक्षण में शहीद होता है तो उसके परिवार को पूरा सम्मान और सरकारी पैकेज मिलना जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाते हुए उचित निर्णय लेंगे।





