राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में बुधवार को इथेनॉल प्लांट के विरोध में चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया। जिले के राठी खेड़ा गांव में प्रस्तावित इथेनॉल प्लांट को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस संघर्ष में कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया समेत एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
विधायक पूनिया को चोट लगने के बाद हनुमानगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसा के बाद प्रशासन ने एहतियातन टिब्बी और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। साथ ही, आगामी आदेश तक स्कूलों और बाजारों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
ट्रैक्टर से दीवार तोड़ने पर बिगड़ा माहौल
राठी खेड़ा गांव में करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से एक इथेनॉल प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। स्थानीय किसान लंबे समय से इसका विरोध कर रहे हैं। बुधवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों ने पहले उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर सभा की। इसके बाद प्रदर्शनकारी प्लांट की ओर कूच कर गए।
तनाव तब बढ़ गया जब आक्रोशित किसानों ने ट्रैक्टर की मदद से निर्माणाधीन प्लांट की दीवार को तोड़ दिया और अंदर घुस गए। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो स्थिति अनियंत्रित हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और प्रशासन के वाहनों में आग लगा दी और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने बल प्रयोग किया।
प्रदूषण और बंजर जमीन का डर
किसानों का आरोप है कि इस इथेनॉल प्लांट के शुरू होने से क्षेत्र में भारी प्रदूषण फैलेगा। उनका मानना है कि इससे न केवल वायु प्रदूषण बढ़ेगा, बल्कि भूजल भी जहरीला हो जाएगा। किसानों को डर है कि जहरीले पानी से उनकी उपजाऊ जमीन बंजर हो जाएगी, जिससे उनकी आजीविका पर संकट आ जाएगा। वे प्लांट को रिहायशी और कृषि क्षेत्र से दूर किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं।
महापंचायत में शामिल हुए कई बड़े नेता
घटना से पहले आयोजित महापंचायत में श्रीगंगानगर से सांसद कुलदीप इंदौरा, भादरा के पूर्व विधायक बलवान पूनिया और CPI(M) नेता मंगेज चौधरी समेत कई किसान नेता शामिल हुए थे। इसमें हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और पड़ोसी राज्य पंजाब के किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
धारा 144 लागू, पूर्व सीएम ने की निंदा
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 18 नवंबर से ही टिब्बी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर रखी है। हिंसा के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
“कांग्रेस किसानों के साथ डटकर खड़ी रहेगी। भाजपा सरकार बताए कि वह किसानों से इतनी नफरत क्यों करती है?” — अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री
हनुमानगढ़ के टिब्बी में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस के बल प्रयोग की कड़ी निंदा करता हूं।
इस आंदोलन के दौरान किसानों की आवाज उठा रहे युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री अभिमन्यु पूनिया के घायल होने का समाचार है।
भाजपा सरकार को किसानों से इतनी नफरत क्यों है? किसानों…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 10, 2025
फिलहाल पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया है और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।





