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Tue, Dec 9, 2025

जोधपुर: GST रिफॉर्म के बाद चीजें हुईं सस्ती, ग्राहकों को अभी भी मिल रहीं महंगी

Written by:Deepak Kumar
जोधपुर: GST रिफॉर्म के बाद चीजें हुईं सस्ती, ग्राहकों को अभी भी मिल रहीं महंगी

देशभर में सोमवार (22 सितंबर) से जीएसटी रिफॉर्म लागू कर दिया गया है। केंद्र सरकार का दावा था कि खाने-पीने की वस्तुओं समेत कई उत्पादों पर टैक्स कम होने से आम उपभोक्ताओं को बड़ा फायदा मिलेगा। हालांकि, जोधपुर में एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया कि फिलहाल बाजार में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है।

जोधपुर की कृषि मंडी स्थित प्रोविजन स्टोर एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकृष्ण सोनी ने बताया कि दुकानों में अभी पुराना स्टॉक पड़ा है, जिस पर पहले ही टैक्स चुकाया जा चुका है। ऐसे में नई दरों पर बिक्री फिलहाल संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नया स्टॉक और सरकार की नई रेट लिस्ट आने के बाद ही उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।

दुकानदारों के पास जानकारी की कमी

राधाकृष्ण सोनी के अनुसार पांच ड्राई फ्रूट्स प्रोडक्ट्स और घी पर 5% जीएसटी लागू हुआ है, जबकि शैंपू, हार्पिक और शराब जैसी वस्तुओं पर भी टैक्स घटा है। लेकिन अधिकांश दुकानदारों के पास पूरी जानकारी नहीं है। ग्राहकों ने दुकानदारों से पूछा कि क्या कीमतें कम हुई हैं, तो उन्हें जवाब मिला कि पुरानी दरों पर ही माल बेचना पड़ रहा है। पुराने स्टॉक पर पहले ही टैक्स चुका दिया गया है, इसलिए नई दर तुरंत लागू करना संभव नहीं है।

आने वाले दिनों में मिल सकती है राहत

जीएसटी रिफॉर्म लागू होने के पहले ही दिन जोधपुर की मंडी में ग्राहक राहत का अनुभव नहीं कर पाए। दुकानदारों का कहना है कि आने वाले दिनों में जब नया स्टॉक और नई रेट लिस्ट उपलब्ध होगी, तभी कीमतों में वास्तविक कमी दिखाई देगी। केंद्र सरकार ने जीएसटी को सिर्फ 5 और 18 प्रतिशत के दो स्लैब में सीमित किया है। फिलहाल दुकानदार पुराने नियमों के तहत सामान बेचने को मजबूर हैं।

नेशनल हैंडलूम स्टोर की पड़ताल

एबीपी न्यूज़ की टीम ने जोधपुर के नेशनल हैंडलूम स्टोर का दौरा किया। यहां पर रोजाना की तरह पुरानी रेट लिस्ट टंगी मिली और किसी भी सामान की कीमत में बदलाव नहीं था। स्टोर इंचार्ज ने बताया, “यह माल हमने पहले ज्यादा टैक्स पर खरीदा है। जब तक यह स्टॉक खत्म नहीं होगा, नई दरें लागू नहीं होंगी। नया माल आने पर ही कम टैक्स वाली कीमत पर सामान मिलेगा।”

एमआरपी बढ़ोतरी और वास्तविक लाभ न मिलने की समस्या

जांच में यह भी सामने आया कि कई कंपनियों ने पहले ही अपने प्रोडक्ट्स की एमआरपी बढ़ा दी है। नतीजा यह है कि टैक्स कटौती के बावजूद उपभोक्ताओं को वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा। ग्राहकों का कहना है कि कीमतें अभी भी ज्यादा हैं और जल्द ही बदलाव की उम्मीद केवल नए स्टॉक आने के बाद ही पूरी हो सकती है। इस बीच, दुकानदार पुराने स्टॉक को बेचते हुए नए नियमों के अनुसार काम करने का इंतजार कर रहे हैं।