पुष्कर के आसपास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ते पर्यटन और विवाह आयोजन उद्योग को देखते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) ने विकास की नई दिशा तय की है। प्राधिकरण ने पुष्कर से करीब 15 किलोमीटर की परिधि में कानस, होकरा, गनाहेड़ा और सूरजकुंड क्षेत्रों में छह बड़ी योजनाएं तैयार की हैं। इनमें से दो योजनाएं पहले ही क्रियान्वित हो चुकी हैं, जबकि शेष चार को मंजूरी मिल चुकी है। इन परियोजनाओं में आवासीय, व्यावसायिक, फार्म हाउस और रिसॉर्ट निर्माण शामिल है।
वेडिंग और टूरिज्म हब बनाने की तैयारी
पुष्कर धीरे-धीरे वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है, जिसके चलते एडीए ने यहां नए हाउसिंग और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने की कवायद तेज कर दी है। प्राधिकरण के अनुसार, नई योजनाओं में न केवल आवासीय भूखंड शामिल होंगे बल्कि बड़े फार्म हाउस, होटल और रिसॉर्ट के लिए भी जमीन आवंटित की जाएगी। इन प्रोजेक्ट्स के पूरा होने पर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यटन को नई गति मिलेगी।
होकरा क्षेत्र में दो चरणों में योजना तैयार की गई है। पहले चरण में 8500 से 13500 वर्गमीटर तक के 8 भूखंड रखे गए थे, जिनमें से 6 भूखंड बिक चुके हैं। दूसरे चरण में होकरा हाईवे पर 40 हेक्टेयर भूमि में मैरिज डेस्टिनेशन हब विकसित किया जाएगा। वहीं गनाहेड़ा टूरिस्ट फैसिलिटी योजना, जो करीब चार साल पहले शुरू की गई थी, में 1300 से 4700 वर्गमीटर तक के 13 बड़े भूखंड होटल निर्माण के लिए प्रस्तावित थे, जिनमें से 12 भूखंडों की नीलामी पूरी हो चुकी है।
निवेश के नए अवसर खुलेंगे
कानस योजना में पहले चरण में बूढा पुष्कर से पुष्कर घाटी रोड तक 12 हेक्टेयर जमीन रिसॉर्ट निर्माण के लिए आरक्षित की गई है। इसमें 500 से 2500 वर्गमीटर तक के 64 भूखंड प्रस्तावित हैं, जिनकी आरक्षित दर 13,300 रुपये प्रति वर्गमीटर तय की गई है। दूसरे चरण में 30 हेक्टेयर क्षेत्र में फार्म हाउस के लिए भूखंड नीलाम होंगे, जिनकी दर 10,700 रुपये प्रति वर्गमीटर रखी गई है।
वहीं सूरजकुंड योजना के तहत 86 हेक्टेयर क्षेत्र में 17 भूखंड रिसॉर्ट, 55 भूखंड फार्म हाउस, और 77 भूखंड ईको हाउस के लिए नीलाम किए जाएंगे। इन योजनाओं के लागू होने से पुष्कर क्षेत्र में पर्यटन, विवाह आयोजन और निवेश के नए अवसर खुलेंगे। यह पहल एडीए की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत अजमेर और पुष्कर को एक आधुनिक हॉस्पिटैलिटी हब के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।





