राजस्थान सरकार ने राज्य को तकनीक, इनोवेशन और उद्यमिता के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इसी लक्ष्य के तहत 4 से 6 जनवरी तक जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में ‘राजस्थान डिजिफेस्ट-टाई ग्लोबल समिट’ का आयोजन किया जाएगा। इस तीन दिवसीय मेगा इवेंट में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट, टाई वुमन ग्लोबल सेमीफाइनल, टाई यू फाइनल, गेमिंग हैकाथॉन और फिल्म फेस्टिवल जैसे कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। यह आयोजन राज्य में नवाचार और तकनीकी निवेश का केंद्र बनने जा रहा है।
राजस्थान सरकार ने उठाया बड़ा कदम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डिजिफेस्ट की घोषणा करते हुए कहा कि यह समिट प्रदेश के स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को वैश्विक मंच प्रदान करने वाला ऐतिहासिक आयोजन होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस आयोजन से प्रदेश में निवेश, इनोवेशन और स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर सरकार ‘राजस्थान एआई पॉलिसी’ भी लॉन्च करेगी, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी आधारित नवाचारों को प्रोत्साहन मिलेगा।

मुख्यमंत्री शर्मा ने दुनियाभर के उद्यमियों, निवेशकों और इनोवेटर्स को जयपुर में होने वाली इस समिट में शामिल होने का खुला आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बनेगा। सरकार का उद्देश्य युवाओं और उद्यमियों के लिए रोजगार और निवेश के नए अवसर तैयार करना है, ताकि राजस्थान डिजिटल इंडिया मिशन में अग्रणी भूमिका निभा सके।
टियर-2 शहर में पहली बार होगा ऐसा
यह पहला मौका होगा जब टाई ग्लोबल समिट किसी टियर-2 शहर में आयोजित हो रही है। इस समिट में 30 देशों के 200 से अधिक स्टार्टअप, लगभग 10 हजार उद्योगपति, 500 से ज्यादा निवेशक और 100 से अधिक वैश्विक वक्ता शामिल होंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में न केवल विचार-विमर्श और नेटवर्किंग के सत्र होंगे, बल्कि स्टार्टअप्स के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
राजस्थान सरकार का मानना है कि डिजिफेस्ट और टाई ग्लोबल समिट से प्रदेश में उद्यमिता और तकनीक आधारित उद्योगों के लिए नया युग शुरू होगा। इस आयोजन के जरिए न केवल युवाओं को अपने विचारों को प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, बल्कि राज्य में निवेश और रोजगार की दिशा में ठोस नतीजे भी देखने को मिलेंगे। जयपुर में होने वाली यह समिट राजस्थान को देश के प्रमुख टेक और इनोवेशन हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।










