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Sun, Dec 21, 2025

राजस्थान सरकार का बड़ा सौगात, सरकारी शिक्षकों के बच्चों को अब मिलेगी छात्रवृत्ति की सुविधा, जानें …

Written by:Deepak Kumar
Published:
राजस्थान सरकार ने शिक्षकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। कोर्स के अनुसार ₹3000 से ₹7500 तक की राशि दी जाएगी। आवेदन की अंतिम तारीख 18 अगस्त है। योजना का लाभ केवल पात्र शिक्षकों को मिलेगा।
राजस्थान सरकार का बड़ा सौगात, सरकारी शिक्षकों के बच्चों को अब मिलेगी छात्रवृत्ति की सुविधा, जानें …

राजस्थान सरकार ने शिक्षकों के परिवारों को राहत देते हुए उनके बच्चों के लिए नई छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य शिक्षकों की आर्थिक मदद करना और उनके बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। योजना के तहत विभिन्न कोर्सों के लिए ₹3000 से ₹7500 तक की राशि प्रति सत्र दी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अंतिम तिथि 18 अगस्त 2025 तय की गई है।

कोर्स के अनुसार तय की गई छात्रवृत्ति राशि

इस योजना के तहत छात्रों को उनके कोर्स के अनुसार अलग-अलग राशि प्रदान की जाएगी।

कॉलेज, BSTC, ITI, LLB के लिए ₹3000

पॉलिटेक्निक, नर्सिंग, फार्मेसी के लिए ₹4500

B.Ed और M.Ed के लिए ₹6000

मेडिकल, आयुर्वेद, इंजीनियरिंग, MBA, PhD, IIT, वेटनरी के लिए ₹7500
यह राशि सीधे छात्र के खाते में दी जाएगी और इसका उपयोग पढ़ाई से जुड़ी जरूरतों में किया जा सकता है।

आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज

बता दे कि जो शिक्षक इस योजना का लाभ अपने बच्चों के लिए लेना चाहते हैं, वे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेजों जैसे पहचान पत्र, शिक्षक प्रमाण पत्र, संस्था से जुड़ी जानकारी, परीक्षा परिणाम और बैंक खाते की डिटेल्स भी अपलोड करनी होंगी। आवेदन प्रक्रिया सरल रखी गई है ताकि सभी पात्र शिक्षक समय पर योजना का लाभ उठा सकें।

ये हैं पात्रता की शर्तें

इस योजना का लाभ केवल उन्हीं शिक्षकों को मिलेगा जो किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्था में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हों। साथ ही, शिक्षक को अजमेर बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में कम से कम तीन बार परीक्षक के रूप में कार्य कर चुका होना चाहिए। शिक्षक की वार्षिक आय ₹14 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह छात्रवृत्ति केवल शिक्षक की एक ही संतान के लिए मान्य होगी और एक शैक्षणिक सत्र के लिए लागू होगी। यदि अगले साल भी छात्रवृत्ति चाहिए तो फिर से आवेदन करना होगा।