राजस्थान के प्रतापगढ़ में भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल की ओर से गुरुवार को आयोजित तिरंगा रैली के दौरान राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के हाथ में उल्टा राष्ट्रीय ध्वज दिखाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो के बाद कांग्रेस ने इसे तिरंगे का अपमान करार दिया और मंत्री मीणा को माफी मांगने की मांग की। वहीं भाजपा और मंत्री मीणा ने इसे साजिश बताते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया।
देशभक्ति मेरे खून में: हेमंत मीणा
मंत्री मीणा ने कहा कि देशभक्ति उनके खून में है और उनके परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम में तिरंगे के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने बताया, “मेरे दादा ने गुलामी के दौर में तिरंगे के लिए लाठियां खाई हैं। मेरे पिता के संस्कारों ने मेरे खून में देशभक्ति और तिरंगे के प्रति सम्मान डाल दिया है। तिरंगे के लिए तो मेरी जान हाजिर है। यदि आवश्यकता पड़ी तो तिरंगे के सम्मान में गर्दन भी कटवानी पड़े, मैं पूरी तरह तैयार हूं।” मंत्री ने इसे किसी राष्ट्रभक्त के लिए दुखी करने वाली साजिश बताया और कहा कि उनकी अंतरात्मा भी इससे आहत है।
रैली में हुआ था उत्साहपूर्ण आयोजन
हेमंत मीणा ने बताया कि भाजपा की ओर से प्रतापगढ़ जिले के हर मंडल में तिरंगा रैलियों का आयोजन किया गया। प्रतापगढ़ नगर मंडल में भी गुरुवार को रैली का आयोजन उत्साह और देशभक्ति के माहौल में हुआ। बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए और “भारत माता की जय” के नारे गूंजते रहे। रैली शुरू होने पर उनके हाथ में सही राष्ट्रीय ध्वज था, लेकिन बीच में किसी व्यक्ति ने उन्हें दूसरा झंडा दिया, जिसे साजिश के तहत वीडियो बनाकर वायरल किया गया। मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं कांग्रेस ने वायरल वीडियो के माध्यम से भाजपा और मंत्री मीणा पर निशाना साधा। पार्टी ने पोस्ट करते हुए लिखा कि “इन भाजपाइयों को यह तक नहीं पता कि तिरंगा पकड़ते कैसे हैं। जैसे पार्टी, वैसे नेता। राजस्थान में भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री उल्टा तिरंगा लेकर चल रहे हैं। तिरंगे का अपमान करने वाले मंत्री माफी मांगे।” इस पोस्ट के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई और राज्य में विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर हमला तेज हो गया।





