राजस्थान के विधायकों की सैलरी में जल्द ही 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने जा रही है। इस बढ़ोतरी के बाद उनकी मासिक आय 1.51 लाख रुपये से ज्यादा हो जाएगी। यह प्रस्ताव मार्च 2025 में राज्य सरकार ने तैयार किया था और अब इसे विधि विभाग से मंजूरी मिलने के बाद लागू किया जा सकता है। संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने जानकारी दी कि इससे संबंधित कानून विधानसभा में पास हो चुका है और इसे जुलाई 2025 से लागू किया जा सकता है।
अब कितनी सैलरी मिलती है विधायकों को?
फिलहाल राजस्थान के विधायकों को 40,000 रुपये का मूल वेतन मिलता है। इसके अलावा उन्हें विभिन्न भत्तों के रूप में निर्वाचन क्षेत्र भत्ता (70,000 रुपये), सहायक कर्मचारी भत्ता (30,000 रुपये), टेलीफोन भत्ता (2,500 रुपये), और बैठकों के लिए दैनिक भत्ता (2,000 से 2,500 रुपये) भी मिलते हैं। इन सबको मिलाकर एक विधायक की कुल सैलरी लगभग 1.47 लाख रुपये प्रतिमाह बनती है। प्रस्तावित 10% बढ़ोतरी के बाद उनका मूल वेतन 44,000 रुपये हो जाएगा और कुल मासिक सैलरी 1.51 लाख रुपये से ऊपर चली जाएगी। इससे हर विधायक को सालाना करीब 48,000 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
पूर्व विधायकों की पेंशन में भी होगा इजाफा
सिर्फ मौजूदा विधायक ही नहीं, बल्कि पूर्व विधायकों को भी राहत मिलने वाली है। फिलहाल, एक बार विधायक रहने वाले व्यक्ति को 35,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है। हर अतिरिक्त कार्यकाल के लिए उन्हें 1,600 रुपये प्रतिवर्ष की अतिरिक्त राशि मिलती है। यानी अगर कोई दो बार विधायक रहा हो तो उसे 43,000 रुपये और तीन बार रहने पर 51,000 रुपये तक पेंशन मिलती है। अब सरकार की योजना है कि इस पेंशन में भी वृद्धि की जाए, हालांकि इसका प्रतिशत अभी तय नहीं किया गया है।
हर साल सैलरी और पेंशन में होगी स्वत: बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पिछले साल 29 जुलाई 2024 को विधानसभा में घोषणा की थी कि अब विधायकों की सैलरी और पूर्व विधायकों की पेंशन में हर साल स्वत: वृद्धि होगी। इसके लिए हर बार विधानसभा में बिल पास कराने की जरूरत नहीं होगी। सूत्रों के मुताबिक, यह नियम 15 अगस्त 2025 से पहले शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में लागू हो सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट किया गया है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, यह नियम केवल विधायकों और पूर्व विधायकों पर लागू होगा।





