सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में बीते दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कल दोपहर इसी जलभराव के बीच एक नाले में विदेशी मेहमानों से भरी मिनी बस फंस गई। करीब दो घंटे तक पर्यटक पानी में फंसे रहे, जिससे उनके चेहरे पर तनाव साफ देखा जा सकता था। गनीमत रही कि इस दौरान कोई अनहोनी नहीं हुई, लेकिन घटना ने उनकी यात्रा का रोमांच भय में बदल दिया।
क्रेन बुलाने के लिए पर्यटकों को चुकाने पड़े 4 हजार रुपये
जानकारी के अनुसार, जब पर्यटकों से भरी गाड़ी नाले में फंस गई तो नगरपरिषद को सूचना दी गई, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। मजबूर होकर बस ड्राइवर ने एक प्राइवेट क्रेन को बुलाया। क्रेन चालक ने गाड़ी को बाहर निकालने के लिए 4 हजार रुपये लिए, जो पर्यटकों ने खुद चुकाए। यह देखकर साफ लगा कि आपदा के समय भी कुछ लोग अवसर तलाशने से पीछे नहीं हटते। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से बस को पानी से बाहर निकाला जा सका।
हवेलियों की सैर के सपने टूटे, पानी में फंसी यात्रा
विदेशी पर्यटक फतेहपुर की ऐतिहासिक हवेलियों की नक्काशी और सुंदरता देखने आए थे, लेकिन भारी बरसात और जलभराव ने उनके अनुभव को खराब कर दिया। कुछ समय पहले तक जो लोग राजस्थान की विरासत और संस्कृति का आनंद लेने निकले थे, वे पानी में फंसे रहने की मजबूरी झेलने लगे। उस समय उनकी मनोदशा को समझना मुश्किल था। इस बीच कई स्थानीय लोग भी अपनी गाड़ियां पानी में फंसने से परेशान नजर आए।
जल निकासी व्यवस्था पर उठे सवाल
फतेहपुर में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बरसात के कारण कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। पुराने सिनेमा हॉल से मंडावा की ओर जाने वाले रास्ते पर 3 से 4 फीट तक पानी भरा हुआ है। झुंझुनू जाने वाले कई वाहन यहां फंस चुके हैं, जिनमें पर्यटकों की गाड़ी भी शामिल थी। खुले पड़े चेंबर और गहरे पानी के कारण हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। इस घटना ने एक बार फिर फतेहपुर की जल निकासी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि समय रहते नगरपरिषद की टीम मौके पर नहीं पहुंची।





