जोधपुर इस बार एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनने जा रहा है। राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर में पहली बार राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन न सिर्फ जोधपुरवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह शहर के लिए एक नया कीर्तिमान भी होगा।
इस अवसर को और भी खास बनाने के लिए जोधपुर में देश का पहला ‘ऑपरेशन सिंधूर’ थीम पर आधारित ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा, जो स्वतंत्रता दिवस समारोह की सबसे बड़ी खासियतों में से एक होगा।
मेहरानगढ़ की छांव में होगा ऐतिहासिक ड्रोन शो
यह खास ड्रोन शो 14 अगस्त की रात को मेहरानगढ़ किले में आयोजित ‘एट होम’ कार्यक्रम के बाद होगा। इस शो में एक साथ 550 ड्रोन आसमान में उड़ान भरेंगे, जो ‘ऑपरेशन सिंधूर’ की थीम पर आधारित दृश्य प्रस्तुत करेंगे।
मेहरानगढ़ के ऊपर उड़ते ये ड्रोन पूरे जोधपुर शहर से दिखाई देंगे, जिससे आम नागरिकों को भी यह भव्य और ऐतिहासिक अनुभव मिलेगा। शो में देशभक्ति के साथ-साथ सेना की वीरगाथाओं को आकाशीय रोशनी के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
पूरे शहर में लाइव प्रसारण की व्यवस्था
जोधपुर प्रशासन ने इस शो को शहर के हर नागरिक तक पहुँचाने के लिए खास तैयारी की है। जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि ड्रोन शो के लाइव दृश्य और ऑडियो वॉइस ओवर को सुनने और देखने के लिए शहर के कई प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन और लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे।
जहां-जहां लाउडस्पीकर लगेंगे:
घंटाघर, नई सड़क, गुलाब सागर, नव चौकिया, चांदपोल, पावटा चौराहा, आखलिया, शास्त्री नगर, पांचवी रोड और पांच बत्ती चौराहा।
जहां एलईडी स्क्रीन और साउंड सिस्टम होगा:
जालोरी गेट, मंडोर उद्यान पार्किंग, मसूरिया बाबा रामदेव मंदिर, महामंदिर सर्कल और प्रथम पुलिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा शो से पहले
ड्रोन शो शुरू होने से पहले एक 45 मिनट का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में राजस्थान की लोक संस्कृति, देशभक्ति गीत, और लोकनृत्य की सुंदर प्रस्तुतियां दी जाएंगी। यह कार्यक्रम देशभक्ति की भावना को और प्रबल करेगा और दर्शकों को एक भावनात्मक जुड़ाव देगा।
जोधपुर के लिए गौरव का अवसर
यह पहली बार है जब राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह और देश का पहला थीम आधारित ड्रोन शो एक साथ आयोजित हो रहा है। इससे जोधपुर ना केवल राजस्थान में बल्कि देशभर में चर्चा का केंद्र बन गया है। इस आयोजन से ना केवल जोधपुर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को बल मिलेगा, बल्कि यह देशभर के पर्यटकों और नागरिकों को भी एक नई डिजिटल और भावनात्मक अनुभव की ओर आकर्षित करेगा।





