भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज डोल ग्यारस है (Dol Gyaras 2022) है। भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तनी एकादशी, डोल ग्यारस या जलझूलनी ग्यारस कहा जाता है। मान्यतानुसार इस दिन भगवान विष्णु करवट बदलते हैं इसलिए इसे परिवर्तनी एकादशी कहा जाता है। आज के दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप को सजाकर उनके लिए एक विशेष डोल तैयार किया जाता है।
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आज के ही दिन माता यशोदा ने लड्डू गोपाल श्रीकृष्ण का जलवा पूजन किया गया था। बाल कृष्ण को नए वस्त्र पहनाकर सूरज देवता के दर्शन करवाए गए थे और उनका नामकरण संस्कार भी हुआ था। इसीलिए आज श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा होती है और उनकी झांकी या शोभा यात्रा निकाली जाती है। हर जगह कृष्ण मंदिरों में आज के दिन धूमधाम से पूजा अर्चना होती है और कई स्थानों पर श्रीकृष्ण की मूर्ति को डोल में विराजमान कर उन्हें नगर भ्रमण पर ले जाया जाता है।