चाणक्य नीति के अनुसार इन 6 लोगों को भूलकर भी न दें घर में एंट्री! वरना पछताना पड़ेगा

चाणक्य की नीतियां जितने उपयोगी हुआ करते थे। उतने ही आज भी लोगों के काम आती है। हर एक क्षेत्र में उपाय बताने वाले आचार्य चाणक्य ने इन 6 लोगों का जिक्र किया है, जिन्हें घर के अंदर कभी भी प्रवेश नहीं होने देना चाहिए।

आचार्य चाणक्य द्वारा रची गई नीतियों का इस्तेमाल बड़े-बड़े राजनीतिज्ञ भी करते हैं। इसमें हर जंग को जीतने का रास्ता मिल जाता है। आचार्य द्वारा बताए गए रास्तों पर चलने वाले लोग हमेशा सफलता कि सीढ़ियों पर ही कदम रखते हैं। इसमें जीवन के हर पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है। यह दुनिया ही नहीं बल्कि विश्व भर में प्रसिद्ध ग्रंथ है, जिसका हर एक पाठ जीवन की सच्चाई से जुड़ा हुआ है।

आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताए गए उन 6 लोगों के बारे में बताएंगे, जिन्हें घर की दहलीज में कभी भी घुसने नहीं देना चाहिए। अन्यथा, इससे आपका बुरा समय शुरू हो सकता है।

चाणक्य नीति (Chanakya Niti)

मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चाणक्य को विष्णु गुप्त या फिर कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। नंद वंश की समाप्ति और नए योग का शुरुआत की आचार्य चाणक्य का मुख्य लक्ष्य था। इसके लिए उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को प्रशिक्षित किया। उन्हें युद्ध की नीतियां सिखाई। इसके बाद एक नए समृद्ध राज्य की स्थापना हुई, जिसमें सभी लोग सुखी और संपन्न हुए। उस दौरान चाणक्य की नीतियां जितने उपयोगी हुआ करते थे। उतने ही आज भी लोगों के काम आती है। हर एक क्षेत्र में उपाय बताने वाले आचार्य चाणक्य ने इन 6 लोगों का जिक्र किया है, जिन्हें घर के अंदर कभी भी प्रवेश नहीं होने देना चाहिए।

इन लोगों से बनाएं दूरी

  • चाणक्य नीति के अनुसार, जिन लोगों का वेदों का ज्ञान नहीं है। उनसे हमेशा दूरी बनाए रखनी चाहिए। ऐसे लोग धार्मिक ज्ञान से बहुत दूर होते हैं, जिस कारण वह आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए उनसे मित्रता और नजदीकी से बचना चाहिए।
  • चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग दूसरे को जानबूझकर चोट पहुंचाते हैं। दूसरों के साथ हमेशा छल-कपट करने की भावना रखते हैं। इन लोगों को कभी भी अपने जीवन या घर में स्थान नहीं देना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को अपने किए गए कर्मों पर पछतावा भी नहीं होता। ऐसे लोग घर परिवार की शांति को भंग कर सकते हैं।
  • आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो लोग स्वार्थी होते हैं। उन्हें खुद से दूर रखना चाहिए। कोशिश यह करनी चाहिए कि इन्हें अपने घर में कभी भी स्थान न दें। यह आपके सच्चे हितैषी नहीं हो सकते, क्योंकि ऐसे लोग कभी भी मुश्किल वक्त में आपका साथ नहीं देंगे। इसलिए ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखें।
  • जो लोग मीठी बातें करके दूसरों को मानसिक तौर पर भ्रमित करते हैं। वह लोग चाणक्य नीति के अनुसार बहुत ही खतरनाक स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोगों पर भरोसा करने से मानसिक तनाव बढ़ेगा। साथ ही परिवार में कला की स्थिति उत्पन्न होगी। इसलिए ऐसे लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, जो लोग दिखावा करते हैं। वैसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए, क्योंकि ईमानदारी और मिठास का पाठ पढ़ाने वाले लोग अक्सर पीठ पीछे आपकी बुराई करते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखें, क्योंकि जो आपके सामने किसी और की बुराई कर सकता है। वह किसी और के सामने आपकी बुराई 100% करता ही होगा।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, जो लोग हमेशा नेगेटिव बात करते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखें या अपने साथ-साथ दूसरों के मन को भी नकारात्मक कर सकते हैं। इसे आपके मनोबल में कमी आ सकती है और आप का ध्यान भटक सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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