चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के बारे में हम सभी बचपन से ही सुनते आ रहे हैं। अक्सर बड़े, बुजुर्ग और शिक्षकों द्वारा उनका नाम लिया जाता है। जिन्होंने सफलता से लेकर पारिवारिक जीवन तक हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी लिखी गई नीतियां आज भी लोगों के बेहद काम आती है। उनके द्वारा बताए गए गुणों को अपनाने वाला व्यक्ति अवश्य ही अच्छा और समझदार इंसान बनता है। अपने बुद्धि और विवेक के लिए पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध आचार्य चाणक्य द्वारा लिखी गई नीतियों में से आज हम आपको कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताएंगे, जो अपनी पूरी जिंदगी गरीबी में ही जीते हैं।
आचार्य चाणक्य को सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य का मुख्य और विशेष सलाहकार माना गया है, जिन्होंने सुखी और समृद्ध अखंड भारत का निर्माण करने और नंद वंश को हराने में चंद्रगुप्त की मदद की थी।

पढ़ें चाणक्य नीति
अपने अनुभव के आधार पर चाणक्य ने चाणक्य नीति, अर्थशास्त्र, नीति शास्त्र सहित अन्य बहुत सारी ग्रंथों की रचना की है। जिनकी नीतियों को व्यक्ति अपने करियर और कारोबार में अप्लाई करते हैं। वहीं, बड़े-बड़े राजनेता भी चाणक्य नीति में बताई गई नीतियों को अपना कर सत्ता पर राज करते हैं। आज हम आपको उन लोगों के बारे में बताएंगे, जो लाख कोशिशें के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं। उन्हें दर-दर की ठोकरे खानी पड़ती है।
इन्हें नहीं मिलती सफलता
- चाणक्य नीति के अनुसार, अपने से बड़ों की बात ना मानने वाला व्यक्ति कभी भी सुखी और समृद्ध नहीं हो पाता है। लाख कोशिशें के बावजूद उसके हिस्से हमेशा असफलता ही आती है। वह अपने आप को सर्व गुण संपन्न मानता है, लेकिन उसे अपनी कमियों के बारे में नहीं मालूम होता। जिस कारण वह कभी भी सफल नहीं हो पाता है।
- आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो गुरु मूर्खों को शिक्षा देते हैं, उसे सही रास्ते पर लाने का प्रयास करते हैं। उन्हें हमेशा दुख का सामना करना पड़ता है, क्योंकि मूर्ख से हमेशा ज्ञान का गलत इस्तेमाल करते हुए गुरु को दुख और कष्ट पहुंचता है। ऐसे में कभी भी मूर्ख को उपदेश नहीं देना चाहिए। इससे आपका ही नुकसान होगा।
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