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Fri, Dec 19, 2025

Chanakya Niti के अनुसार शादी से पहले बेटी को सिखाएं ये 5 चीज, ससुराल में रहेगी हमेशा खुश

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
Chanakya Niti के अनुसार शादी से पहले बेटी को सिखाएं ये 5 चीज, ससुराल में रहेगी हमेशा खुश

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। उनका जन्म लगभग 4वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था।चाणक्य को भारतीय राजनीति के विचारक, राजनीतिक दार्शनिक, राजनीतिक नीति निर्माता, शिक्षक, ताकतवर सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है। उनकी प्रमुख रचना ‘अर्थशास्त्र’ है, जिसमें उन्होंने समाज, अर्थव्यवस्था और शासन के सिद्धांतों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की है। इसके अलावा, चाणक्य नीति भी उनकी महत्वपूर्ण रचनाओं में से एक है, जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन के नीतियों का विवरण किया।

वहीं, चाणक्य ने अपने नीति के माध्यम से शादी से पहले बेटी के लिए कुछ अहम बातें बताई है। जिनका उनके माता-पिता के द्वारा शादी से पहले समझाना बेहद जरूरी होता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि वह कौन-सी बातें हैं जो आपको अपनी बेटी की शादी से पहले उन्हें जरूर बताना चाहिए…

शांत रहना

  • शादी के बाद हर लड़की के लिए उसका ससुराल ही सब कुछ हो जाता है। ऐसे में नया परिवार उनके लिए एक चैलेंज होता है। इन-लॉस के घर में उन्हें बात-बात पर खरी-खोटी सुनाने को मिलती है, जो उन्हें अपनी फैमिली में उनके माता-पिता द्वारा शायद ही कभी सुनने को मिली हो। जिस कारण खटपट बनी रहती है।
  • आचार्य चाणक्य ने बताया है की शादी से पहले अपनी बेटी को यह समझाएं कि ससुराल पक्ष में छोटी-मोटी खटपट पर खुद पर संयम रखें और सभी का सम्मान करें। अगर उनके चुप हो जाने से बात वहीं खत्म हो जाती है, तो यह बेटी की समझदारी होगी।

आर्थिक रूप से स्वतंत्र

  • चाणक्य नीति के अनुसार, बेटी को यह समझना बहुत जरूरी होता है कि वह आर्थिक रूप से स्वतंत्र बने। भले ही उसका ससुराल, मायके वालों से ज्यादा समृद्ध हो।
  • क्योंकि कभी अगर उन्हें पैसों की जरूरत हो, तो उन्हें अपने ससुराल पक्ष से पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ना ही कभी आगे चलकर इसके लिए उन्हें ताना सुनना पड़ेगा। इसलिए बेटी को इतना पढ़ना लिखना चाहिए कि वह किसी भी परिस्थिति में कमाने में सक्षम हो।

आत्मसम्मान से ना करे समझौता

  • किसी भी रिश्ते को सफल बनाने के लिए पति और पत्नी दोनों को ही सम्मान पूर्वक रहना चाहिए। उस रिश्ते में डेडीकेशन, कमिटमेंट सब कुछ रहना बहुत जरूरी है, लेकिन बेटी को हमेशा यह समझाएं कि वह अपने आत्मसम्मान के साथ किसी भी कीमत पर समझौता न करें।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, इंसान का आत्मसम्मान ही उसका सबसे ऊपर होता है। उसे बनाकर रखने पर ही आपको लोगों द्वारा सम्मान मिलेगा। यदि आपने अपने आत्म सम्मान को खो दिया, तो आपकी अहमियत खत्म हो जाएगी।

रिश्तों की समझ

  • शादी से पहले बेटी को यह जरूर सीखना चाहिए कि अपने पति के हर बात को समझने का प्रयास करें। अगर वह यह सोचती रहे कि उसके साथ गलत हो रहा है, तो वह कभी भी खुश नहीं रह पाएगी।
  • आचार्य चाणक्य ने बताया है कि गलती हर इंसान से होती है, लेकिन हर बार इसका दोषी किसी एक को ठहरना से इंसान अपना आत्मविश्वास खो बैठता है। इसके साथ ही रिश्तो में दरार भी आने लगती है।
  • आपको अपनी बेटी को यह समझाना है कि इन सब चीजों को ज्यादा दिमाग में ना लेते हुए वह अपने आने वाले फ्यूचर को संवारने की कोशिश करें और अपने पार्टनर को समझाने का प्रयास करें।

टाइम दें

  • शादी से पहले बेटी को यह जरूर समझाएं कि उनका जिससे रिश्ता जुड़ने जा रहा है, उनके साथ बेटी को पूरी जिंदगी बितानी है। इसलिए सभी रिश्ते को मान-सम्मान दें।
  • हर रिश्ते को समझने का प्रयास करें। प्यार, विश्वास और भरोसे के दम पर अपने शादीशुदा जीवन को सफल बनाएं। इससे बेटी के मायके वालों की भी मान सदैव बना रहेगी और ससुराल पक्ष में भी हमेशा खुश रहेगी।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)