Thu, Dec 25, 2025

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार ये 2 चीजें हमारे जीवन का देती है परिचय, सफलता चूमती है कदम

Written by:Sanjucta Pandit
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चाणक्य नीति के अनुसार दो चीजें हमारा परिचय देती हैं पहला हमारा धैर्य जब हमारे पास कुछ भी नहीं हो और दूसरा हमारा व्यवहार जब हमारे पास सब कुछ हो।
Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार ये 2 चीजें हमारे जीवन का देती है परिचय, सफलता चूमती है कदम

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य को हर कोई जानते हैं। लोग उन्हें भारत के प्रमुख विचारक, शिक्षक और अर्थशास्त्री भी मानते हैं। उनका जन्म 400 ईसा पूर्व माना गया है, जिन्हें कौटिल्य या फिर विष्णु गुप्त के नाम से भी जाना जाता है। उनके द्वारा लिखी गई नीतियों को अपनाने वाले इंसान अक्सर नेक और अच्छे इंसान बनकर समाज में उभरते हैं। चाणक्य ने अपनी बुद्धिमानी और नीति कौशल का उपयोग करके चंद्रगुप्त मौर्य को नंद वंश के शासक धनानंद को पराजित करने में सहायता की। चंद्रगुप्त की सहायता से उन्होंने एक विशाल मौर्य साम्राज्य की स्थापना की। उनका मानना था कि राज्य की समृद्धि और सुरक्षा के लिए एक मजबूत प्रशासनिक तंत्र होना चाहिए। वहीं, चाणक्य की मुख्य रचनाओं में ‘अर्थशास्त्र’ और ‘चाणक्य नीति’ प्रमुख हैं। ‘अर्थशास्त्र’ में उन्होंने शासन, प्रशासन, अर्थव्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। यह ग्रंथ भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मानी जाती है। वहीं, ‘चाणक्य नीति’ में उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे राजनीति, समाज, परिवार और व्यक्तिगत जीवन के सिद्धांतों की चर्चा की। उनकी नीतियां आज भी बड़े-बड़े नेताओं द्वारा अपनाई जाती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपक जीवन का परिचय कराने वाली दो चीजों के बारे में विस्तार से बताएंगे। आइए जानते हैं यहां…

चाणक्य नीति के अनुसार दो चीजें हमारा परिचय देती हैं पहला हमारा धैर्य जब हमारे पास कुछ भी नहीं हो और दूसरा हमारा व्यवहार जब हमारे पास सब कुछ हो। तो चलिए अब हम इसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।

धैर्य

दरअसल, आचार्य चाणक्य का मानना था कि जब व्यक्ति के पास कुछ भी नहीं होता है, तो उसका धैर्य ही उसकी पहचान बनता है। कठिन परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखना ही इंसान का सबसे बड़ा गुण माना जाता है। जो व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी स्थिर रह सकता है, वह मानसिक और भावनात्मक रुप से भी काफी मजबूत होता है। बता दें कि धैर्य हमें कठिनाइयों को सहन करने और संघर्षों का सामना करने की क्षमता देता है। इसलिए जब भी कोई मुश्किल घड़ी आए धैर्य अवश्य रखें।

व्यवहार

वहीं, जब व्यक्ति के पास सब कुछ होता है, तो उसका व्यवहार उसकी असली पहचान को बताता है। दरअसल, धन, शक्ति और सफलता पाने के बाद इंसान का व्यवहार उजागर होता है। अगर वह पहले की तरह ही सरल रहे, तो यह उसकी महानता होती है। वहीं, अगर वह अहंकारी हो जाए है, तो यह उसकी कमजोरी मानी जाती है क्योंकि धन हाथ का मैल के समान होता है और उससे भी अधिक बलवान समय होता है, जो कब किसका बदल जाए कोई नहीं जानता। इसलिए अपने व्यवहार को सदैव अच्छा बनाए रखें।

इसलिए चाणक्य का कहना था कि कठिन समय में धैर्य और समृद्धि के समय में सही व्यवहार ही इंसान असली पहचान हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)