Gem Astrology: हर व्यक्ति के जीवन में कुंडली में बैठे ग्रहों की चाल के मुताबिक बदलाव आते हैं। यदि ग्रह नक्षत्र ठीक नहीं होते हैं, तो व्यक्ति के जीवन में विपरीत परिस्थितियों उत्पन्न होती है, जो उसे परेशान करती है। हालांकि, ग्रह नक्षत्र के उलट फेर से होने वाली इन समस्याओं का समाधान भी ज्योतिष में दिया हुआ है।
रत्न शास्त्र ज्योतिष का एक ऐसा हिस्सा है, जिसमें कई रत्नों के बारे में जानकारी दी गई है। यहां उल्लेखित हर रत्न किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और उससे होने वाले नकारात्मक प्रभावों को दूर कर सकारात्मक लाता है। आज हम आपके मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाले लाल मूंगा रत्न के बारे में बताते हैं।
लाल मूंगा
मंगल ग्रह का दोष व्यक्ति के जीवन पर कई तरह की अशुभ प्रभाव डालता है। अगर आप भी अपने जीवन में मंगल दोष की परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो उसके लिए लाल मूंगा रत्न धारण किया जा सकता है। चलिए आज आपको इसे धारण करने के बाद होने वाले फायदे और धारण करने के तरीके के बारे में बताते हैं।
लाल मूंगा के लाभ
- लाल मूंगा धारण करने वाले जातक के जीवन में जो भी बाधाएं लंबे समय से बनी हुई हैं, वह धीरे-धीरे समाप्त होती है।
- इन लोगों का वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंध खुशहाल बने रहते हैं। पार्टनर के साथ हो रही नोंकझोंक और परेशानियों का अंत होता है।
- शारीरिक स्वास्थ्य के लिहाज से भी ये रत्न लाभकारी है और इसे धारण करने के बाद जातक को गुस्सा कम आता है।
- जो लोग हमेशा सुस्ती से घिरे रहते हैं और कोई भी काम करने में उन्हें आलस आता है। अगर वो इसे धारण करेंगे तो सारी सुस्ती दूर हो जाएगी और आसपास सकारात्मकता बनी रहेगी।
- आर्थिक दृष्टि से भी यह रत्न काफी लाभकारी है और इसे कार्यक्षेत्र और व्यापार में तरक्की के लिए धारण किया जा सकता है।
- जो लोग लंबे समय से कर्ज के तले दबे हुए हैं और लाख कोशिश करने के बावजूद भी इससे बाहर नहीं आ पा रहे हैं। अगर वह मूंगा धारण करेंगे तो उन्हें कर्ज से छुटकारा मिलेगा।
ऐसे करें धारण
जिन जातकों को मूंगा रत्न धारण करना है उनके लिए मंगलवार का दिन अच्छा रहेगा। इसे सोने या तांबे में जड़वा लें और मंगल मंत्र का जाप करते हुए हनुमान जी के चरणों में अर्पित करें। भगवान की आराधना के बाद इसे अपनी तर्जनी उंगली में धारण कर लें।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप मूंगा धारण करना चाहते हैं तो कुछ चीजों का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है। सबसे पहली बात तो यह है कि बिना ज्योतिषीय सलाह के इसे कभी भी धारण न करें। अगर आपकी कुंडली में वाकई में ग्रह का अशुभ दोष चल रहा है और इसे धारण करना आपके लिए शुभ हो तभी इसे पहनें। वहीं इस रत्न को कभी भी हीरा, नीलम और गोमेद के साथ धारण न करें। इससे आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।