Angarak Yog: 2024 में बन रहा ‘अंगारक योग’, इन राशियों पर पड़ेगा असर, करें ये उपाय

Bhawna Choubey
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Angarak Yog 2024: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नवग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। इस तरह फिर दो ग्रहों की युति से कई तरह के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। इसी के साथ नए साल 2024 में कई ग्रहों का गोचर होने वाला है। ग्रहों की स्थिति के अनुसार नया साल बहुत खास माना जा रहा है। नए साल 2024 में अगर राहु की बात की जाए तो यह मीन राशि में विराजमान करेगा और अन्य ग्रहों के साथ युति करेगा। जिस वजह से राहु और मंगल की युति में अंगारक योग बनेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगारक योग को अशुभ योग माना जाता है। इसी के साथ चलिए जानते हैं, कि यह अंगारक योग किन-किन राशियों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।

किन-किन राशियों में अंगारक योग का पड़ेगा असर

मेष राशि

मेष राशि में मंगल और राहु की युति मेष राशि के 12वें में भाव में होगी। इस राशि के जातकों के लिए अंगारक योग फायदेमंद नहीं रहेगा। मेष राशि के जातक बेवजह के खर्चे से परेशान हो सकते हैं। अपने खर्चों पर नियंत्रण करने की जरूरत है। स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है। नकारात्मक विचार मन में आएंगे, मन को संभालें।

सिंह राशि

सिंह राशि में अंगारक योग आठवें भाव में बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को मानसिक और शारीरिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी कर रहे लोगों पर काम का दबाव बन सकता है। किसी के साथ भी विवाद में न फंसे। पैसों के मामले में निर्णय सोच समझकर लें।

तुला राशि

तुला राशि में अंगारक योग आठवें भाव में बनेगा। नौकरीपेशा लोगों पर काम का दवाब बन सकता है। बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं। पैसों के मामले में सोच समझकर कदम उठाएं। आपके व्यक्तित्व में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अपने दुश्मनों से बच कर रहें दुश्मन हावी हो सकते हैं।

‘अंगारक योग’ के दुष्प्रभाव से बचने के लिए क्या करें?

हनुमान चालीसा

अंगारक योग के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में स्थिरता बनी रहती है साथ ही साथ क्रोध सहन करने की शक्ति भी बढ़ती है।

दान-पुण्य

अंगारक योग के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अंगारक चतुर्थी पर सरसों, सात तरह के अनाज, जौ, सिक्का कपड़े का दान करना शुभ माना जाता है। दान करने से राहु और मंगल दोनों प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही पानी में चंदन या इत्र डालकर स्नान करना शुभ माना जाता है।

व्रत

अंगारक चतुर्थी पर व्रत रखें और लाल रंग से संबंधित चीजों का दान करें। इसके अलावा राहु को शांत करने के लिए शनिवार को काली उड़द, काले चने, काले तिल का दान करना चाहिए।


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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