April Vrat Tyohar List: अक्षय तृतीया से लेकर सीता नवमी तक अप्रैल में पड़ रहे हैं कई व्रत-त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

Manisha Kumari Pandey
Published on -

April Vrat Tyohar List: आज से अप्रैल मास ही शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष अप्रैल का महिना बेहद ही शुभ है। कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। 1 अप्रैल को कामदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। मान्यताएं हैं कि इस व्रत को रखने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। 2 अप्रैल को वामन द्वादशी पड़ रहा है। महीने का अंत सीता नवमी से होगा, जिसके हिन्दू धर्म में विशेष महत्व होता है।

गंगा सप्तमी, हनुमान जयंती, वैशाख अमावस्या, चैत्र पूर्णिमा और अन्य कई व्रत-त्योहार पड़ रहे हैं। इसके अलावा 7 अप्रैल से वैशाख माह का आरंभ भी हो जाएगा। हालांकि इस महीने विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। आइए जानें किस दिन कौन सा व्रत और त्योहार मनाया जाएगा।

1 अप्रैल 2023, शनिवार- कामदा एकादशी
2 अप्रैल 2023, रविवार- वामन द्वादशी
3 अप्रैल 2023 , सोमवार- सोम प्रदोष व्रत
4 अप्रैल 2023, मंगलवार- महावीर जयंती
5 अप्रैल 2023, बुधवार- चैत्र पूर्णिमा
6 अप्रैल 2023, गुरुवार- हनुमान जयंती
7 अप्रैल 2023, शुक्रवार- वैशाख माह की शुरुआत
9 अप्रैल 2023, रविवार- विकट संकष्टी चतुर्थी
13 अप्रैल 2023, गुरुवार- कलाष्टमी
14 अप्रैल 2023, शुक्रवार- मेष संक्रांति, बैसाखी, खरमास समापन
16 अप्रैल 2023, रविवार- वृतहिनी एकादशी
17 अप्रैल 2023, सोमवार- प्रदोष व्रत
18 अप्रैल 2023, मंगलवार- मासिक शिवरात्रि
20 अप्रैल 2023, गुरुवार- वैशाख अमावस्या, सूर्य ग्रहण
22 अप्रैल 2023, शनिवार- अक्षय तृतीया, पशुराम जयंती
23 अप्रैल 2023, रविवार- विनायक चतुर्थी
25 अप्रैल 2023, मंगलवार- स्कन्द षष्टि, सूरदास जयंती
27 अप्रैल 2023, गुरुवार- गंगा सप्तमी
28 अप्रैल 2023, शुक्रवार- बगलामुखी जयंती, मासिक दुर्गाष्टमी
29 अप्रैल 2023, शनिवार- सीता नवमी


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News