सनातन धर्म में तुलसी का पौधा बहुत ही ज्यादा पवित्र माना जाता है। यह अमूमन सभी घरों में पाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, तुलसी का पौधा घर में लगाने से सुख समृद्धि आती है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा और शांति का वास होता है। भगवान विष्णु को तुलसी के पौधे बहुत प्रिय हैं। इसलिए उनकी पूजा में तुलसी का पत्ता अवश्य चढ़ाया जाता है। इस पत्ते के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है।
कभी-कभी आपने यह देखा होगा कि तुलसी के पौधे में चीटियां दिखाई देती हैं, जो कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुभ और अशुभ दोनों माना जाता है। आज के आर्टिकल में हम आपको इसका महत्व बताएंगे, साथ ही यह भी बताएंगे किस परिस्थिति में यह शुभ है और किस परिस्थिति में अशुभ।

विशेष संकेत
ज्योति शास्त्रों की मानें तो तुलसी के पौधे से चीटियों का निकलना विशेष संकेत माना जाता है। हालांकि, यह पूरी तरह से चीटियों के रंग और उनकी गतिविधियों पर निर्भर करता है। ऐसे में तुलसी के पौधे से लाल और काली चीटियों के निकलने का अलग-अलग अर्थ होता है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र दोनों में ही काली चीटियां का नाता शनि देव और राहु से माना गया है, तो वहीं लाल चीटियां को मंगल ग्रह से जोड़ा जाता है। ऐसे में काली चीटियों का निकलना अशुभ संकेत होता है।
काली चीटियां
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पौधे से यह बत्ती काली चीटियां निकल रही है, तो यह बड़ी विपदा का संकेत है। इससे घर में आर्थिक संकट शनि दोष और राहु की महादशा हो सकती है। वहीं, यदि काली चीटियों ने अंडे दे दिए हैं, तो इसका मतलब यह है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा है। इसके अलावा, सभी देवी देवता भी आपसे नाराज है। पारिवारिक संबंधों में यह मनमुटाव का भी संकेत माना जाता है।
यदि तुलसी के पौधे से चीटियां निकल रही हैं और वह काले रंग की है, तो आपको तुरंत हल्दी का छिड़काव कर देना चाहिए। आप चाहे तो मिट्टी को बदल सकते हैं।
लाल चीटियां
वहीं, ज्योतिष और वास्तु शास्त्र दोनों में ही लाल चीटियों को तुलसी के पौधे के आसपास देखना या निकलना शुभ संकेत माना गया है। यह माता लक्ष्मी के आगमन का संकेत होता है। इसके अलावा, किसी अच्छे समाचार के भी मिलने की संभावना बढ़ जाती है। लाल चीटियों का दिखाई देना लंबे समय से अटके पड़े काम की सफल होने का विशेष संकेत माना गया है।
यदि आपके तुलसी के पौधे में चीटियां मर रही हैं, तो इसे भी अशुभ संकेत ही माना जाता है। इससे जीवन में संकट आने की संभावना बढ़ जाती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)