Astrology 2023 : मंगलवार 21 मार्च को दिन-रात बराबर नहीं होंगे, बल्कि सूर्यादय पूर्व तथा सूर्यास्त ठीक पश्चिम में होगा। इसके अलावा इस दिन एक अद्भूत खगोलीय घटना भी घटेगी। इसके बारे में जानकारी देते हुए नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके हुये सूर्य की परिक्रमा करते रहने से साल में दो इक्वीनॉक्स आते हैं जिनमें से पहला मंगलवार 21 मार्च को है। पृथ्वी के भूमध्य रेखा के उपर एक काल्पनिक रेखा पर आज सूर्य की स्थिति आ जाती है। आज पृथ्वी की धुरी न तो सूर्य की ओर झुकी है और न ही दूर है। इस कारण यह सूर्य की किरणों के लम्बवत है। आज के दिन सूर्योदय ठीक पूर्व दिशा में होगा तथा सूर्यास्त ठीक पश्चिम दिशा मे होगा।
इसलिए होते है पृथ्वी के दिन-रात समान
सारिका घारू ने बताया कि आमतौर पर दिन रात बराबर होने की घटना को 21 मार्च के इक्वीनॉक्स से जोड़ा जाता रहा है। मीडिया, पाठ्यपुस्तकें, सोशलमीडिया पर भी 20 या 21 मार्च को दिन रात बराबर होने से जोड़ा जाता है। लेकिन अब इलेक्ट्रानिक समय मापन के युग में वास्तविक तथ्य को सामने लाना जरूरी है।पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके होते हुये सूर्य की परिक्रमा करने से वो 20 या 21 मार्च को इस स्थिति में आती है कि सूर्य की किरणें भूमध्यरेखा पर लंबवत पड़ती है। किसी भी ध्रुव का झुकाव नही रहता है। इस कारण पृथ्वी के सभी भागों पर दिन और रात लगभग समान होते हैं। लेकिन ये पूरी तरह समान नहीं होते है इनमें लगभग 6 मिनिट का अंतर रहता है। पूरी तरह समान आपके नगर की भौगोलिक स्थिति पर निर्भर होता हैं इस कारण मध्यप्रदेश के अधिकांश शहरों में 15 मार्च को दिन एवं रात बराबर हे, हालाकि इनमें भी कुछ सेकंड का अंतर रहा।