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Sat, Dec 20, 2025

Rajyog : शनि की उपस्थिति से बनेगा धन राजयोग, शश योग से मेष सहित 3 राशियों को धन-प्रतिष्ठा, सम्मान-सफलता, गौरव-व्यापारिक विस्तार का लाभ

Written by:Kashish Trivedi
Published:
Rajyog : शनि की उपस्थिति से बनेगा धन राजयोग, शश योग से मेष सहित 3 राशियों को धन-प्रतिष्ठा, सम्मान-सफलता, गौरव-व्यापारिक विस्तार का लाभ

Astrology, Dhan Rajyog 2023,  Shash Rajyog :  वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर वक्री और मार्गी अवस्था में गोचर करते हैं। मानव जीवन पर ग्रहों की स्थिति का प्रभाव देखने को मिलता है।

धन राजयोग का निर्माण

शनि देव 17 जून को वक्री अवस्था में गोचर करने जा रहे हैं। इसके साथ ही वह धन राजयोग का निर्माण करेंगे। इस योग का प्रभाव 12 राशियों पर देखने को मिलेगा। हालांकि 3 राशियों पर धन राजयोग का महत्वपूर्ण प्रभाव देखने को मिलेगा। आर्थिक लाभ सहित मान सम्मान की प्राप्ति होगी सफलता के आसार बनेंगे कार्यस्थल पर उनके कार्य में प्रगति होगी।

मेष

धनराज योग बने से मेष राशि के जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे। उनके सभी कार्य सिद्ध होंगे इसके साथ ही आय में वृद्धि होगी। शनिदेव लाभ स्थान में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में इच्छा की पूर्ति होने के साथ ही समस्याएं दूर होगी। पैसों की कमी दूर होने के साथ ही व्यापारियों के लिए यह अवधि लाभकारी है। धन राजयोग बनने से मेष राशि के जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे। उनके सभी कार्य सिद्ध होंगे इसके साथ ही आय में वृद्धि होगी। शनिदेव लाभ स्थान में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में क्षतिपूर्ति होने के साथ ही समस्याएं दूर होगी। पैसों की कमी दूर होने के साथ ही व्यापारियों के लिए यह अवधि केवल लव लेकर आएगी। सट्टा और लॉटरी में लाभ मिल सकता है।

मिथुन 

मिथुन राशि वाले को धन राजयोग का लाभ मिलेगा। उनके कार्य सिद्ध होंगे। शनिदेव आप के पंचम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। संतान संबंधित खुशखबरी मिलेगी। जातकों को आर्थिक सहायता मिलेगी। प्रेम संबंध में सफलता मिलेगी। संतान की इच्छा रखने वाले को संतान प्राप्त हो सकते हैं। प्रमोशन, भौतिक सुख सहित इंक्रीमेंट के आसार नजर आ रहे हैं।

मकर

मकर राशि वाले गोधन राज्यों का लाभ मिलेगा। शनिदेव के गोचर कुंडली के दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। वाणी के स्थान माने जाने के साथ ही वाणी में बढ़ोतरी होगी। आकर्षण के केंद्र बनेंगे। आकस्मिक धन की प्राप्ति होगी। कमाई को बचाए रखने में सक्षम रहेंगे। सुख समृद्धि में भी वृद्धि होगी। वाणी के प्रभाव देखने को मिलेंगे। लोग आपके कार्य से चकित रहेंगे। व्यापारियों से उधार वापस मिल सकता है।

शश योग 

किसी जातकों की कुंडली में बनने वाले ग्रह नक्षत्र की दशा से उनके गुण और दोष सहित योग का निर्माण होता है। कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती है। इसके लिए कई ग्रह और उनके गोचर जिम्मेदार होते हैं। दूसरे व्यक्ति सफलता बड़ी आसानी से प्राप्त कर लेता है। इसके लिए एक निश्चित योग सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है।

कुंडली में बनने वाले शश योग को सबसे शुभ और प्रभावशाली राजयोग माना जाता है। शश योग पंच महापुरुष योग की श्रेणी में आता है। शनि की सुविधा प्राप्त करने वाले जातकों को शश योग का लाभ मिलता है। यह योग शनि के कारण निर्मित होता है। ऐसे में जातकों के जीवन पर होने वाली सभी घटनाएं शनि पर निर्भर करती है।

शश योग का निर्माण

कुंडली के लग्न में चंद्रमा के पहले, चौथे, सातवें और दसवें घर में शनि यदि अपनी स्वयं की राशि मकर या फिर उच्च राशि तुला में मौजूद हो तब शश योग का निर्माण होता है। शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है। न्याय के देवता कहे जाने के साथ शनि आयु, दुख, तकनीकी के भी कारण माने जाते हैं।

शश योग के प्रभाव

शश योग में जन्म लेने वाले जातक छोटे चेहरे, फुर्तीला आंख और मध्यम ऊंचाई वाले छोटे दांत के होते हैं। उन्हें यात्रा करना काफी पसंद होता है। जातक अपने मस्तिष्क में कई यात्राओं की योजना बनाते हैं। इस योग में जन्म लेने वाले जातक जल्दी क्रोधी होते हैं। जिद्दी और साहसी होते हैं। इसके अलावा पार्टियों की मेजबानी करना इन्हें काफी पसंद आता है। यह जातक दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। धातु की वस्तु बनाने की कुशलता प्राप्त होती है। विपरीत लिंग के प्रति सबसे ज्यादा आकर्षित होते हैं।

शश योग का लाभ

इस योग से कानूनी क्षेत्र में अच्छे काम करते हैं। जातक सरकारी क्षेत्र से पैसा कमाते हैं। इसके साथ ही संपत्ति के लेनदेन से भी इनकी अच्छी कमाई होती है। जातक का जीवन लंबा होता है। ऐसे जातक व्यवहारिक होते हैं। आवश्यकतानुसार बातें करना पसंद करते हैं। बहुत सारा ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा रहते हैं। साथ ही कई रहस्यों का भी खुलासा करते हैं। अपने जीवन में इस तरह के जातक केवल सफल होते हैं और नई ऊंचाई को प्राप्त करते हैं। इनके अंदर प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। आध्यात्मिक क्षेत्र में योगदान देते हैं। साथ ही एक सलाहकार कहानीकार और शिक्षक होते हैं।

( Disclaimer : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी नियम नीति के लिए ज्योतिषाचार्य की सलाह अवश्य दें।)