Gajakesari Yog 2023, Astrology 2023 : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की युति से कई योग और राजयोग का निर्माण होता है। इसी बीच एक बार फिर से एक बेहद शक्तिशाली और शुभ योग का निर्माण होना है। मई के महीने में 17 तारीख को मेष राशि में गुरु और चंद्रमा की युति देखने को मिलेगी। जिसके साथ ही गजकेसरी योग का निर्माण होगा।
गज केसरी योग के प्रभाव शुभ
गजकेसरी योग ज्योतिष में सबसे शक्तिशाली और शुभ योगों में से एक माना जाता है। इस योग का निर्माण तब होता है, जब चंद्रमा से एक केंद्र पर गुरु का कब्जा होता है। चंद्रमा 1, 4, 7 या दसवें घर में विराजमान होता है, तब गज केसरी योग के प्रभाव शुभ होते हैं। गुरु को अक्सर भौतिक धन और आध्यात्मिक ज्ञान का कारक माना जाता है। दूसरी और चंद्रमा दया आनंद और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में गजकेसरी योग के निर्माण होने के साथ ही जातकों के किस्मत में ज्ञान में वृद्धि होती। अध्यात्म में रूचि होती है। इसके साथ ही भौतिक धन, संपदा और समृद्धि में वृद्धि होती है।
गजकेसरी योग का लाभ तक सबसे अधिक मिलता है। जब गुरु के साथ कोई अशुभ प्रभाव देने वाले फल ना हो। हालांकि कुछ ग्रह वक्री होने के कारण अशुभ परिणाम देते हैं। वही मेष राशि में पहले से ही राहु विराजमान है। गजकेसरी योग बनने के कारण मेष राशि के जातकों को समृद्धि और धन की प्राप्ति होगी। हालांकि राहु उनके मानसिक प्रभाव के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं।
17 मई को गजकेसरी योग
चंद्रमा 17 मई को सुबह 7:40 पर मेष राशि में संचार करेंगे और 19 अप्रैल को 1:35 तक रहेंगे। ऐसे में गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग का निर्माण होगा। ज्योतिष शास्त्र में दोनों की युति होने पर गजकेसरी योग का मतलब होता है “हाथी के ऊपर सिंह सवार इस योग को शुभ और उत्तम” बताया गया है।
- गजकेसरी योग गुरु और चन्द्रमा की युति से बनता है। अगर केंद्र यानी लग्न राशि में चौथे या फिर दसवें भाव में गुरु और चंद्रमा साथ हो तब गजकेसरी योग बनता है।
- साथ में गुरु और चंद्रमा अपनी अपनी उच्च राशि में हो तो इस योग का निर्माण होता है।
- इतना ही नहीं लग्न की कुंडली में अगर चंद्रमा चौथे भाव में चंद्रमा के साथ हो तो इस योग के और अधिक बलवान होने की संभावना बढ़ जाती है जिससे सफलता और लाभ मिलते हैं।
योग का लाभ
मेष
गजकेसरी योग का लाभ मेष राशि वाले को मिलेगा। इन राशि के जातकों के लिए यह बेहद खास हो सकते हैं। इसके साथ ही राजाओं की तरह रहने का मौका मिलेगा। हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। साथ ही समृद्धि और प्रतिष्ठा में भी वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। कई स्रोतों से धन लाभ होगा।
मिथुन
मेष राशि में चंद्रमा और गुरु की युति का प्रभाव मिथुन राशि पर भी पड़ेगा। मिथुन राशि के एकादश भाव में गुरु विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को गजकेसरी योग का लाभ मिलेगा। उच्च पद का लाभ मिलने के साथ ही कर्मों के फल भी मिलेंगे। समाज में मान सम्मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी के संकेत मिल रहे हैं। धन लाभ होने के आसार हैं। किसी भौतिक वस्तु की खरीदी कर सकेंगे। इसके अलावा पैतृक संपत्ति में भी आप को लाभ मिल सकता है।
तुला
तुला राशि के जातकों को भी गजकेसरी योग का लाभ मिलेगा। इस राशि के जातक की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। नौकरी में सफलता के साथ प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। आध्यात्मिक की तरफ से रूचि जाएगी। ज्ञान में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। हर क्षेत्र में लाभ मिलेगा।