अक्टूबर तक इन 5 राशियों की बढ़ सकती है मुश्किलें, शनि- राहु की बुरी नजर! बिगड़ सकते है काम, रहना होगा बेहद सावधान

Astrology Zodiac Sign

Shani Rahu Yuti 2023 : ज्योतिष शास्त्र में शनि और राहु को क्रूर और पापी ग्रह माना गया है। अगर न्‍याय के देवता शन‍ि और पापी ग्रह राहु-केतु अशुभ स्थिति में हो तो बहुत कष्‍ट देते हैं. वर्तमान में शनि अपनी राशि कुंभ और शतभिषा नक्षत्र में हैं। शनि 17 अक्‍टूबर 2023 तक शतभिषा नक्षत्र में रहेंगे। शतभिषा नक्षत्र के स्‍वामी राहु हैं, ऐसे में शनि और राहु की युति बन रही है, जो 3 राशि वालों के लिए बहुत ही कष्‍टकारी साबित हो सकती है, ऐसे में इन्‍हें 17 अक्‍टूबर तक थोड़ा संभलकर रहना चाहिए।इस तरह से करीब दो महीनों तक राहु और शनि का अशुभ संयोग बना रहेगा।

इन राशियों को रहना होगा बेहद सा

कर्क राशि : शनि राहु की युति शुभ नहीं है जातक शनि के नकारात्मक प्रभाव अधिक पड़ सकता है। राहु के संयोग से मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ सकती है। निवेश करने की सोच रहे हैं, तो 17 अक्टूबर तक सावधान रहें, क्योंकि नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इससे आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा। इसके साथ ही मानसिक तनाव भी परेशान कर सकता है।सावधान रहें और धैर्य रखें।

कुंभ राशि : शनि और राहु की युति से जातकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।  कुंभ राशि के जातकों को अक्टूबर तक का समय बेहद कठिन हो सकता है। व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। निवेश से बचें, वरना आर्थिक हानि हो सकती है। परिवार को भी अप्रत्याशित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही कार्यक्षेत्र में सहयोगियों से भी मतभेद हो सकता है।

कन्या राशि : शतभिषा नक्षत्र में शनि-राहु की युति के कारण कन्या राशि वालों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इस राशि पर शनि की विशेष नजर है। खर्चों में वृद्धि हो सकती है । मानसिक तनाव रह सकता है। किसी भी काम में जल्दबाजी ना करें, हर काम को सावधानी और सोच समझकर करें।

अक्टूबर तक चांडाल योग का भी प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब बृहस्पति के मेष राशि में प्रवेश करते है और गुरू राहु की युति से बनती है, तब गुरु चांडाल योग का निर्माण होता है। हाल ही में  अप्रैल 2023 को बृहस्पति के मेष राशि में प्रवेश से गुरु चांडाल योग बना है जो 30 अक्टूबर को राहु के वृषभ में गोचर के साथ ही समाप्त होगा, ऐसे में कई राशियों को सावधान रहने की जरूरत है। गुरु चांडाल योग को एक अशुभ योग माना जाता है, ऐसे में इसका असर मनुष्य की शिक्षा, चरित्र और धन पर देखने को मिलता है। राहु और गुरु की युति को गुरु चांडाल योग कहते हैं। यह योग जीवन में कई तरह की परेशानियां खड़ी करता है।

इन राशियों को रहना होगा अक्टूबर तक सावधान

मेष राशि : जातकों के लिए गुरु चांडाल योग अशुभ साबित हो सकता है। इस समय आपको सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सिर में दर्द की समस्या हो सकती है। शादीशुदा लोगों का जीवनसाथी के साथ तनाव की स्थिति बन सकती है। नया काम शुरू करने से बचना चाहिए। उधार देने से बचें। वहीं नौकरीपेशा को संभलकर रहना चाहिए, ऑफिस में अनबन हो सकती है।सभी तरह के वाद-विवाद से बचकर रहना होगा। छोटी-सी बहस भी बड़ा विवाद बन सकती है। व्यापारी हैं तो निवेश सोच-समझकर करें। आपके साथ धोखा भी हो सकता है। अत: आपको 30 अक्टूबर तक सतर्क रहने की जरूरत है।

मिथुन राशि : गुरु चांडाल योग का बनना मिथुन राशि के जातकों को नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।आय में कमी हो सकती है।दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। निवेश करने से बचना चाहिए।इस अवधि में आपकी सेहत भी खराब हो सकती है।आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न होगा। कार्य क्षेत्र में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।कोई भी फैसला सोच-समझकर ही लें।

कन्या राशि : गुरु चांडाल योग के दौरान जातकों को सावधान रहने की जरूरत है। आपके अचानक दुर्घटना के संकेत है। मां की सेहत में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।अपनी वाणी पर संयम रखें और वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। धन हानि भी हो सकती है। मकान, वाहन या किसी अन्य प्रॉपर्टी की खरीदारी में सावधान रहने की जरूरत है। वाहन सावधानी से चलाना चाहिए, क्योंकि दुर्घटना के योग बन रहे हैं। इस समय नया काम शुरू करने से बचें।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News