Guru Gochar Bharani Nakshatra : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों, राजयोग और नक्षत्र का बड़ा महत्व माना जाता हैं। ज्योतिष के अनुसार, 27 नक्षत्र होते है, लेकिन भरणी नक्षत्र का बड़ा महत्व माना गया है। हाल ही में देवगुरू बृहस्पति ने भरणी नक्षत्र प्रवेश किया है, जो 27 नवंबर तक यही विराजमान रहेंगे। इसके बाद 27 नवंबर 2023 को अश्विनी नक्षत्र के पहले चरण में प्रवेश करेंगे। गुरु ग्रह के नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ रहा है लेकिन तीन राशियां ऐसी हैं जिनके जातकों पर इस गोचर का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
नवंबर तक इन राशियों को मिलेगा लाभ
तुला राशि : गुरु ग्रह का भरणी नक्षत्र में प्रवेश लाभकारी साबित हो सकता है। आर्थिक स्थति में मजबूती होगी। नौकरीपेशा के लिए समय अनुकूल है। प्रमोशन और इंंक्रीमेंट के योग बन सकते है।व्यापारियों को भी लाभ मिलने के संकेत है। कारोबार में कोई अच्छे ऑर्डर मिल सकते हैं।बेरोजगारों को नौकरी के नए अवसर मिल सकते हैं। आपकी एकाग्रता और बुद्धि में वृद्धि होगी और सभी योजनाएं सफल होंगी। अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों के पदोन्नति होने के योग भी है। यह समय अपने काम और अपनी कंपनी को बढ़ाने के लिए बेहद शानदार है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति काफी ज्यादा अच्छी रहेगी।
कर्क राशि : गुरु ग्रह का भरणी नक्षत्र में प्रवेश अच्छा साबित होगा। किस्मत का साथ मिलेगा। नए प्रॉजेक्ट पर काम करेंगे तो आपको लाभ होगा और आगे चलकर योजनाएं पूर्ण होंगी। कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं। धर्म- कर्म के कामों में रूचि बढ़ेगी। साथ ही जो छात्र विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनकी मुराद पूरी हो सकती है।
सिंह राशि : जातकों के लिए गुरू का भरणी नक्षत्र में प्रवेश शुभ रहेगा। करियर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। भाग्य पहले से भी अधिक आपका साथ देना शुरू कर सकता है।निजी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए समय अनुकूल रहेगा। सरकारी नौकरी करने वाले लोगों को इस गोचर से लाभ होना निश्चित है। व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। जो लोग सरकारी नौकरी में हैं उन्हे भी इस नक्षत्र गोचर का अपार लाभ मिलेगा।मान-सम्मान का भी खूब लाभ मिलेगा, पदोन्नति के योग बनेंगे।
धनु राशि : जातकों के लिए गुरु का यह नक्षत्र गोत्र जीवन के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर शुभ रहेगा। गुरु ग्रह का भरणी नक्षत्र में शुभ साबित हो सकता है। प्रतियोगी छात्रों को सफलता मिल सकती है।किसी परीक्षा में पास हो सकते हैं। परिवार वालों के साथ अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे। फंसा हुआ धन प्राप्त होगा। संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिल सकती है। इस नक्षत्र के गोचर से आपको वेतन वृद्धि या पदोन्नति मिलने की प्रबल संभावना है, जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें कोई शुभ समाचार मिले सकता है।
शुक्र ने बनाया विपरित राजयोग
वही शुक्र ग्रह अस्त होकर कर्क राशि में वक्री हुए हैं, जिससे महाशक्ति शाली विपरीत राजयोग का निर्माण हुआ है, जिसका 3 राशियों को बहुत लाभ मिलने वाला है। जब 6 वें, 8 वें और 12 वें घर के स्वामी युति संबंध बनाते हैं तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है। यानी 6 वें घर के स्वामी को 8 वें या 12 वें घर रखा जाना या 12 वें घर के स्वामी को 6 या 8 वें में रखा जाना इस योग का निर्माण करता है। यह योग त्रिक भावों के स्वामी के अंतर्दशा के कारण बनता है, और बहुत शुभ माना जाता है। इस योग के निर्माण से व्यक्ति को भूमि, भवन और वाहन सुख की प्राप्ति होती है।
वृष राशि : विपरीत राजयोग जातकों को बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। आकस्मिक धन की प्राप्ति के योग बन रहे है। प्रापर्टी और शेयर बाजार से लाभ आ सकता है। मार्केटिंग और टेंडर के काम से लाभ मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती हैं। सेहत पर ध्यान दें, इस अवधि में सेहत खराब हो सकती हैं।
सिंह राशि : जातकों को विपरीत राजयोग शुभ फल देने वाला साबित होगा।। करियर चमकेगा। जो नौकरीपेशा लोग हैं, उनका प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है। कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। इस अवधि में व्यापारियों को अच्छा धनलाभ हो सकता है। स्वास्थ्य का थोड़ा ध्यान रखें।
धनु राशि : महा शक्तिशाली विपरीत राजयोग आप लोगों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। कार्यों में सफलता मिलेगी। फंसा हुआ धन वापास आ सकता है। रुके हुए काम इस अवधि में बनेंगे। जो नौकरीपेशा लोग हैं, उनका प्रमोशन और इंक्रीमेंट हो सकता है। वहीं इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है।इस समय आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। व्यापारियों को अच्छा धनलाभ हो सकता है। स्वास्थ्य का थोड़ा ध्यान रखें।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)