Hans Rajyog, Astrology, Kendra Trikon Rajyog 2023 : ग्रहों के राशि परिवर्तन का असर जातकों के जीवन पर पड़ता है। कई महत्वपूर्ण राशि परिवर्तन से योग और राजयोग का निर्माण होता है। इसी बीच कुंडली में पंच महापुरुष योग का महत्व माना जाता है। इस युग के निर्माण पर बुध, मंगल, बृहस्पति, शुक्र और शनि केंद्रों में अपनी अपनी राशि में मजबूत स्थिति में विराजमान रहते हैं। पंच महापुरुष में आने वाले भद्र योग, शश, रुचक, मालव्य सहित और हंस योग भी बेहद लाभकारी माने जाते हैं।
हंस योग को बेहद महत्वपूर्ण योग माना जाता है। गुरु को शिक्षा और ज्ञान का कारक माना जाता है। ऐसे में संतान धार्मिक कार्य सहित धन-संपत्ति और वैभव के लिए हंस योग बेहद लाभकारी होते हैं। ज्योतिष में गुरु को शुभ माना जाता है। ऐसे में गुरु के कारण बनने वाले योग भी अत्यधिक शुभ होते हैं।
किसी जातक की कुंडली में गुरु लग्न अथवा चंद्रमा से पहले, चौथे सातवें और दसवें भाव में कर्क धनु और मीन राशि में स्थित हो, तब हंस योग का निर्माण होता है। हंस योग से जातकों के जीवन में समृद्धि, सुख, आध्यात्मिक शक्ति शांति सम्मान का लाभ मिलता है।
हंस योग के निर्माण कारक
- कुंडली के चौथे भाव में हंस योग से जाते को धार्मिक और आध्यात्मिक संस्था में प्रतिष्ठा और प्रभुत्व वाले पद की प्राप्ति होती है।
- सातवें भाव में हंस योग रहने से राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति उपलब्ध होती है। साथ ही वैवाहिक सुख संपत्ति और समृद्धि मिलती है।
- दसवें भाव में हंस योग से जातक को व्यावसायिक क्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलते हैं। नौकरी पेशा वाले को सरकारी और निजी क्षेत्र में पदोन्नति और इंक्रीमेंट के साथ ही धन आगमन के कई स्रोत निर्मित होते हैं।
हंस योग का लाभ
हंस योग में जन्म लेने वाले जातक बड़ों के सम्मान करते हैं शिक्षा के प्रति गंभीर होने के साथ ही सुंदर आकर्षक और ज्ञानवान होते हैं। पारिवारिक उत्तरदायित्व के लिए प्रतिबंध और जागरूक होने के साथ ही उनको नेतृत्व क्षमता का ज्ञान होता है। इसके साथ ही जातक बेहद लोकप्रिय होते हैं। यश और सम्मान की प्राप्ति होती है। गुरु के प्रभाव बढ़ने से ज्ञान का असर पड़ता है। भाई बहनों के बीच सामंजस्य की स्थिति रहती है। अहंकार से दूर होने के साथ ही महत्वाकांक्षी और सफलता को हासिल करने वाले होते हैं।
केंद्र त्रिकोण राजयोग
जून महीने में कई ग्रहों के राशि परिवर्तन हो रहे हैं ऐसे में राशि परिवर्तन होने के साथ ही महत्वपूर्ण योग और राजयोग का भी निर्माण हो रहा है। शनि ग्रह का वैदिक ज्योतिष में विशेष महत्व है। शनि को न्याय और कर्म फल का देवता कहा जाता है।
17 जून को शनि कुंभ राशि में रहते हुए वक्री अवस्था में नजर आएंगे। इसके साथ ही शनि केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण करेंगे। 17 जून से 5 राशि वाले के जीवन में काफी अहम बदलाव आने वाले हैं। नौकरी, करियर, व्यापार और सुख सुविधा में वृद्धि के साथ ही कई राशियों पर वक्री शनि का महत्वपूर्ण असर पड़ेगा। धन लाभ सहित वेतन वृद्धि के योग बनेंगे।
17 जून को शनि देव रात 10:48 पर कुंभ राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। ऐसे में केंद्र त्रिकोण राज्यों का निर्माण करेंगे। यह राशि योग जातक के लिए काफी भाग्यशाली माना जा रहा है। उनके भाग्योदय होने के साथ ही कई राशियों की किस्मत चमकेगी। मेष सहित 4 राशियों को इसका महत्वपूर्ण लाभ मिलने वाला है। हालांकि केंद्र त्रिकोण राजयोग में शनि बेहद ही बलवान होते हैं और उनकी वक्री अवस्था में वह जातकों को जिद्दी और हठी बनाते है। हठ और जिद्द से वह केंद्र त्रिकोण राज्यों का निर्माण करते हैं।
केंद्र त्रिकोण राजयोग का प्रभाव
मेष
वक्री शनि मेष राशि के जातकों को बेहद शुभ परिणाम देंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पैसे से संबंधित समस्याएं दूर होंगी। इसके साथ ही व्यापार को बढ़ाने के साथ ही व्यापार का विस्तार करेंगे। हर लक्ष्य को पूरा करेंगे। आर्थिक स्थिति में इजाफा होगा। धन लाभ के कई नए अवसर भी देखने को मिल सकते हैं। पदोन्नति मिलेगी। सेहत में आ रही समस्या समाधान हो सकती है।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि की वक्री अवस्था बेहद लाभकारी साबित हो सकती है। केंद्र त्रिकोण राजयोग से उनके लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे। नई नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को नौकरी का लाभ मिल सकता है। परिवार का साथ मिलेगा। लाइफ पार्टनर का साथ मिलेगा। कई बड़ी जिम्मेदारी आपके ऊपर सौंपी जा सकती है। कार्यस्थल पर उच्च अधिकारी की नजर में आएंगे। इसके साथ ही कार्य को समय पर पूरा करेंगे। मनचाही नौकरी मिलने के साथ ही अच्छा मुनाफा भी देखने को मिल सकता है।
मिथुन
शनि की वक्री अवस्था से मिथुन राशि वाले के लिए भी यह शुभ संकेत मिल रहे हैं। असफलता छोड़ अब सफलता हाथ लगेगी। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। सोशल लेवल पर व्यक्तित्व में निखार आएगा। अचानक धन लाभ होगा। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। व्यापार के विस्तार पर काफी ध्यान दे सकते हैं। इसके साथ ही आने वाले समय में जीवन में कठिन परिस्थिति समाप्त होगी। आर्थिक सफलता के प्रबल योग हैं।
सिंह
केंद्र त्रिकोण राजयोग से सिंह राशि को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। व्यावसायिक अनुबंध अटका हुआ है तो उसे पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।शनि आर्थिक संकट से दूर करेंगे। पहले वाली स्थिति निर्मित होगी।
मकर
केंद्र त्रिकोण राजयोग का लाभ मकर राशि वाले को भी मिलेगा। शनिदेव की कृपा बरसेगी। इसके साथ ही शनि का वक्री होना उनके लिए बेहद शुभ होगा। नौकरी मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। व्यापार का विस्तार कर सकते हैं। अच्छा मुनाफा हाथ लगेगा। लंबे समय से किए हुए निवेश से अच्छे रिटर्न की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही धन वैभव में इजाफा होगा। नई संपत्ति खरीदने की तैयारी कर सकते हैं।