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Mon, Dec 22, 2025

शनि देव को करना चाहते हैं प्रसन्न, तो सर्दियों का मौसम है सबसे उत्तम है, जानें अचूक उपाय

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
शनि देव को करना चाहते हैं प्रसन्न, तो सर्दियों का मौसम है सबसे उत्तम है, जानें अचूक उपाय

Shani Dev : शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि महाराज व्यक्ति को कर्म के अनुसार उन्हें फल देते हैं। इसलिए उन्हें कर्मकारक और कर्मफल देव के रूप में भी जाना जाता है जो कि एक राशि में गोचर करने के लिए लगभग ढाई साल का समय लेते हैं। इसलिए इन्हें सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह भी कहा जाता है। इसके साथ ही, भगवान शनि को कठिनाई और परिश्रम का प्रतीक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि शनि देव की क्रूर दृष्टि किसी पर पड़ जाए, तो उनके जीवन में परेशानी आ सकती है। इससे निजात पाने के लिए लोग उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं, शनिवार का दिन भगवान शनि को ही समर्पित होता है।

Shani Dosh Upay, Shani

अपनाएं ये अचूक उपाय

हालांकि, शनिदेव को प्रसन्न करना बहुत ही मुश्किल होता है लेकिन सर्दियों का मौसम उन्हें प्रसन्न करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण और उत्तम माना जाता है। इस सीजन में भक्त हर प्रयास करते हैं ताकि भगवान की खास कृपा पा सके। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि इस मौसम में भगवान शनि को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से…

  • ठंड के मौसम में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए दान देने का महत्व है, जिससे शनि देव प्रसन्न होते हैं। वैसे तो हर शनिवार को भगवान की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद दान देने का महत्व है, लेकिन सर्दियों में दान करना बेहद महत्वपूर्ण होता है।
  • यदि भक्त इस दिन कंबल का दान करते हैं तो शनि देव पर उनकी विशेष कृपा बरसाने लग जाती है। इस मौसम में बहुत से बेघर लोग सड़कों पर सोते हैं। ऐसे में उनका ध्यान रखते हुए अगर आप उन्हें गर्म वस्त्र दान देते हैं, तो इससे भगवान खुश हो जाते हैं।
  • इसके अलावा, आप शनि देव को प्रसन्न करने के लिए ऊनी वस्त्र भी दान कर सकते हैं। जिससे आपके सारे रुके हुए काम फटाफट पूरे होने लग जाएंगे और आप पर माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बरसेगी।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)